मुरैना।मध्यप्रदेश में व्यापमं कांड के बाद चंबल अंचल में अब फर्जी नर्सिंग कॉलेजों का मामला लगातार सुर्खियों में है. बीते रोज मुरैना में नर्सिंग परीक्षा में बेखौफ नकल करते हुए छात्रों का वीडियो देशभर में वायरल होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. इसी को लेकर जिला स्वास्थ एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने नर्सिंग कॉलेज संचालकों के साथ रविवार को बैठक की, लेकिन इस बैठक में अंचल में 28 कॉलेज में से महज 5 कॉलेज संचालक ही मौजूद रहे.
अब कॉलेज संचालकों पर होगी कार्रवाई:जिला स्वास्थ्य एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दावा किया है कि, मंगलवार को फिर से जिले के सभी नर्सिंग कॉलेज संचालकों की बैठक बुलाई है और उस बैठक में जो कॉलेज संचालक अनुपस्थित रहेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी. इस पूरे मामले में सबसे खास बात यह है कि एक अप्रैल को जो जिला अस्पताल परिसर में परीक्षाएं हुई थी उनकी जानकारी सीएमएचओ के कानों तक नहीं पहुंची और अब अपनी नाकामी को छुपाने के लिए स्वास्थ विभाग कार्रवाई की बात कर रहा है.
गठित की गई जांच कमेठी : जिला अस्पताल परिसर में नर्सिंग परीक्षा में छात्रों द्वारा खुलेआम सामूहिक नकल करने का वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया, जिसके बाद अपनी नौकरी बचाने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने जांच कमेटी गठित कर दी. बैठक खत्म होने के बाद नर्सिंग कॉलेज संचालक जैसे ही बाहर निकलेमीडिया ने उनसे पूछा कि आपका नर्सिंग कॉलेज कहां संचालित हो रहा है, तो इस दौरान वह बिना जवाब देते भागते हुए नजर आये.
प्रेक्टिकल देने अस्पताल में ना आएं छात्र:नर्सिंग कॉलेज संचालकों द्वारा परीक्षा नियमों के विपरीत जिला अस्पताल में प्रेक्टिकल परीक्षा आयोजित कराने पर सीएमएचओ ने कड़ी नाराजगी जाहिर की. सीएमएचओ ने इस मामले में प्रेक्टिकल परीक्षा को अवैध घोधित करने के लिए जिला कलेक्टर तथा नर्सिंग रजिस्ट्रार को पत्र लिखा है, साथ ही कॉलेज संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात भी कही है. यहां तक की नकल के फोटो वायरल होने के बाद सीएमएचओ व सिविल सर्जन ने कॉलेज संचालकों से स्पष्ट कह दिया कि हमारे पास भोपाल से कोई लिखित आदेश नहीं हैं, इसलिए दूसरा व तीसरा प्रेक्टिकल देने 4 व 6 अप्रैल को अपने छात्रों को लेकर अस्पताल में ना आएं.