मुरैना। जिले में चलने वाली नैरोगेज ट्रेन जिले के लोगों के लिए लाइफ लाइन का काम कर रही थी, जिसे अब ब्रॉडगेज में तब्दील करने का काम किया जा रहा है, जिसके चलते 187 किलोमीटर ग्वालियर से श्योपुर के बीच की दूरी लोगों को अब निजी बसों से तय करनी पड़ रही है, जिसके चलते उनको कई गुना अधिक किराया देना पड़ रहा है.
नैरोगेज ट्रेन फिर से शुरू करने की मांग
चंबल के लोगों का कहना है कि जब तक ब्रॉडगेज का काम शुरू नहीं किया जाता है, तब तक नैरोगेज ट्रेन को फिर से शुरू किया जाए, कांग्रेस ने भी इस मामले को लेकर बीजेपी नेताओं से मांग की है कि नैरोगेज के इस ट्रेन को शुरू किया जाए.
2 सालों बाद भी नहीं मिली ब्रॉडगेज ट्रेन की सौगात
ग्वालियर से श्योपुर के बीच चलने वाली नैरोगेज ट्रेन मुरैना जिले के लोगों के लिए लाइफ लाइन का काम कर रही थी, यह ट्रेन लंबे समय से ग्वालियर से लेकर श्योपुर तक से चल रही थी, और अब नैरोगेज से बदलकर ब्रॉडगेज किया जा रहा है. यह प्रोजेक्ट 2,912.96 करोड़ का है, लेकिन इसकी रफ्तार देखते हुए अभी इसे काफी और समय लगने की संभावना है, पर नैरोगेज ट्रेन के बंद होने से आम जनता परेशान है.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि ब्रॉडगेज ट्रेन का प्रोजेक्ट बीजेपी सरकार जानबूझकर धीमी गति से करवा रही है, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब तक ब्रॉडगेज ट्रेन का प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो जाता है, तब तक नेरोगेज ट्रेन को शुरू किया जाए, मुरैना जिले के कांग्रेस विधायक ने इसे लेकर रेल मंत्री और प्रधानमंत्री को पहले ही पत्र लिख चुका है.