मुरैना। जिले में पिछले 3 दिनों से हो रही लगातार बारिश एवं ओलावृष्टि ने किसानों की नींद उड़ा दी है. जिले की चार तहसील क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई. ओलावृष्टि की वजह से खेतों में खड़ी सरसों, गेहूं व अरहर और आलू की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान के अलावा कई पक्षियों की मौत और कई पशु घायल भी हुए हैं.
बारिश के साथ गिरे ओले, 50 से अधिक गावों में फसलों को भारी नुकसान - It has been raining for three days
मुरैना। जिले में पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही है. मुरैना के अलावा पोरसा, सिहोनिया और माता बसैया ब्लॉक में तेज बारिश के साथ बड़े साइज के ओले गिरे. इस ओलावृष्टि की वजह से 50 गांव की 20 हजार हेक्टेयर में खड़ी गेहूं व सरसों की फसल पूरी तरह से तबाह हो गई. ओलावृष्टि से कई पक्षियों की मौत और कई पशु घायल हुए हैं. किसानों का कहना है कि उनकी फसलें पूरी तरह से नष्ट हो चुकी हैं. वहीं प्रशासन ने सभी राजस्व अधिकारियों को फसलों के नुकसान के आकलन के निर्देश दिए हैं.
![बारिश के साथ गिरे ओले, 50 से अधिक गावों में फसलों को भारी नुकसान Crops were destroyed due to rain](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6323342-thumbnail-3x2-i.jpg)
तीन दिनों में 33 गांव में ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. अभी तक जिले के करीब 80 गांव ओलावृष्टि की चपेट में आ चुके हैं. किसानों ने कहा कि उनकी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. आने वाले दिनों में भी बारिश के आसार हैं. किसान, कमलनाथ सरकार से 100 फीसदी मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
हालांकि अभी प्रशासन के पास नुकसान का डाटा नही है और अभी कई गांवों में सर्वे टीम भी नही पहुंची है. कलेक्टर प्रियंका दास ने कहा कि बारिश एवं ओलावृष्टि होने से नुकसान हुआ है. संबंधित विभागों को हर रोज इसका आंकलन कर प्रारंभिक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.