मुरैना। शहर में कोरोना महामारी का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. अब तक 5300 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. बीमार मरीजों को अस्पताल में न तो बेड मिल रहा है और न ही ऑक्सीजन. लिहाजा मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है. पिछले दो दिनों में कोरोना से 11 मरीजों की मौत हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा मौत के आंकड़े छिपाए जा रहे हैं.
बता दें कि, रविवार देर शाम बड़ोखर स्थित मुक्तिधाम में 11 शवों का अंतिम संस्कार किया गया, जिनमें कोरोना से दम तोड़ने वालों की संख्या चार थी. हालात ये थे कि मुक्तिधाम में चिता जलाने के लिए जगह कम पड़ गई. पांच शवों का अंतिम संस्कार जमीन पर रखकर किया गया. मुक्तिधाम में उपस्थित कर्मचारी का कहना है कि ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा.
जमीन पर करना पड़ा अंतिम संस्कार
कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. अब जिला प्रशासन मौत के आंकड़े छिपा रहा है. शनिवार को कोरोना पॉजिटिव छह मरीजों की मौत हुई थी, जबकि सरकारी आंकड़ों में दो लोगों के मरने की पुष्टि की गई है. इसी तरह रविवार को भी जिला अस्पताल में पांच मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई, लेकिन सरकारी आंकड़े दो मौतों से आगे नहीं बढ़ पा रहा है.
बड़ोखर स्थित मुक्तिधाम के आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो दिनों में कोरोना पॉजिटिव 11 शव यहां जलाए गए हैं, लेकिन प्रशासन चार मौत लिखे हुए बैठा है. बता दें कि, इस मुक्तिधाम में 8 टीन शेड में 15 चबूतरे है. ज्यादा शव होने की वजह से यहां जगह ही नहीं बची, जिसके चलते देर शाम पांच चिताओं का अंतिम संस्कार जमीन पर रखकर करना पड़ा.