मुरैना(Morena)। नगर निगम के अकाउंटेंट पर लोकायुक्त के छापे में निकली करोड़ों की संपत्ति के मामले में बीजेपी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की मुहिम बता रही है. वहीं कांग्रेस इसे सरकार का भ्रष्टाचार बताते हुए सरकार पर ही आरोप लगा रही है. मुरैना नगर निगम में पदस्थ संतोष शर्मा पर ग्वालियर लोकायुक्त की कार्रवाई मेंं करोड़ों से अधिक की संपत्ति में प्लॉट में सोना चांदी गहने और नकद भी लोकायुक्त ने जब्त किए थे.हालांकि कांग्रेस नेताओं की मानें तो उनका आरोप है कि संतोष शर्मा का रिश्वत लेते हुए वीडियो पहले भी वायरल हो चुका है लेकिन भाजपा की सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. भाजपा नेता कह रहे हैं कि पता नहीं किन कारणों से उस समय संतोष शर्मा पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई.
नगर निगम के अकाउंटेट के यहां लोकायुक्त का छापा
नगर निगम में लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद भ्रष्टाचारी में शामिल अकाउंटेंट पर यह कार्रवाई की गई. हालांकि इससे यह बात भी साबित होती है कि नगर निगम में किस स्तर का बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा है. जिस पर न तो अधिकारी अंकुश लगा पा रहे हैं और ना ही प्रदेश सरकार .लोकायुक्त की इस कार्रवाई में सबकुछ उजागर हो गया.
कांग्रेस ने लोकायुक्त की कार्रवाई पर दी बधाई
कांग्रेस इस कार्रवाई के लिए लोकायुक्त को बधाई दे रही है. इसी के साथ सरकार पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस साफ कह रही है, इससे साबित होता है कि किस तरह से नगर निगम में जनता के रुपयों के साथ बंदरबांट किया जा रहा है.कमीशन खोरी कर लाखों करोड़ों रुपए नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी रिश्वत में कमा रहे हैं. अगर इसी तरह से ठोस कार्रवाई बाकी जगहों पर भी की जाए तो ऐसे न जाने कितने करोड़पति कर्मचारी और अधिकारी सलाखों के पीछे जा सकते हैं. कांग्रेस ने सरकार और उनके मंत्रियों पर आरोप लगाए हैं कि उनके संरक्षण के चलते ही ऐसे बड़े बड़े नामों पर कार्रवाई नहीं होती जबकि छोटे लोगों पर यह कार्रवाई की जाती है