मुरैना। मध्य प्रदेश सरकार तीसरी लहर के लिए तैयारी कर रही है, या उसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं कांग्रेस नेता लगातार सरकार पर विफल होने के आरोप लगाने के साथ 75 डॉक्टरों की भर्ती उपकरणों की व्यवस्था और ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की मांग कर रहे है. मुरैना जिले में अभी 75 डॉक्टरों की कमी है, ऐसे में साफ है कि आने वाले समय में अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो मुरैना के हालात और भी खराब हो सकते हैं. इस प्रश्न के जवाब में बीजेपी के पूर्व विधायक ने भी अपने तथ्य रखे.
- अस्पताल में 75 डॉक्टरों की कमी
मुरैना जिले की सबलगढ़ विधानसभा से कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाह का कहना है कि प्रदेश सहित मुरैना जिले में अगर देखा जाए तो अभी भी 75 डॉक्टरों की कमी है. वहीं दूसरी लहर में जिस तरीकों से लोगों की बिना इलाज की मौत हुई, इससे साफ जाहिर है कि ताजा हालात कोरोना की तीसरी लहर को रोकने में सरकार सक्षम नहीं है. ऐसे में सरकार ने भले ही डॉक्टरों को भर्ती करने के लिए आदेश जारी कर दिए हो, लेकिन अभी तक डॉक्टरों की संख्या में इजाफा नहीं हुआ है. विधायक ने बताया कि जिले में दवा ओर इंजेक्शन का कमी हैं, जिस तरह से डॉक्टर और स्टाफ की कमी है, उससे लगता है कि तीसरी लहर रोकने में सरकार पूरी तरह से फेल साबित नजर आ रही है.
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- सरकार ने डॉक्टरों की भर्ती के दिए आदेश