सीधी। प्रदेश में कोरोना कहर लोगों के लिए मुसीबत बन गया है. इसकी वजह से लगे लॉकडाउन से न सिर्फ शासकीय व्यवस्थाएं पटरी से उतर गई हैं, बल्कि आम लोगों को भी काफी परेशानी हो रही है. मार्च महीने से जनसुनवाई बंद होने की वजह से लोगों को अपनी समस्याएं बताने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, लेकिन कई दिनों बाद भी शिकायत अधिकारी तक नहीं पहुंचा पा रही है. वहीं अनाप-शनाप बिजली बिल आने से भी लोग परेशान हैं. इसी परेशानी को देखते हुए लोगों ने मांग कि है कि सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी शिकायतें कुबूल की जाएं. वहीं प्रशासन भी सोशल मीडिया को बढ़िया प्लेटफार्म मान रहा है.
जनसुनवाई बंद होने से जनता परेशान है, लोगों की समस्याएं दूर करने के लिए सरकार हर जिले में मंगलवार को जनसुनवाई का आयोजन करती थी, जिसमें कलेक्टर के अलावा सभी उच्च अधिकारी मौजूद रहते थे, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से जनसुनवाई बंद कर दी गई है. जिससे लोग अपनी समस्याएं लेकर दूरदराज के गांवों से आते हैं. कभी-कभार तो दिन भर अधिकारियों के इंतजार में बैठना पड़ता है. कलेक्टर खुद भी जनता की शिकायत सुनते हैं, लेकिन कम समय ही जनता को दे पाते हैं. इसकी वजह से लोग कलेक्टर या संबंधित अधिकारियों के इंतजार में बैठे रहते हैं.