मुरैना: जिले के नए कलेक्ट्रेट सभागार में आज कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले के सभी जनपद सीईओ के साथ बैठकर समीक्षा बैठक की. जिसमें प्रधानमंत्री आदर्श गांव योजना के तहत जिले के 43 गांव चयनित होने थे, लेकिन अभी तक 17 गांव ही चयनित हो पाए हैं. इसलिए इस योजना में लापरवाही बरतने के आरोप में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने 7 जनपद सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं.
आदर्श गांव घोषित करने के लिए योजना तैयार
दरअसल गांव को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री आदर्श गांव योजना लागू की गई है. जिसमें सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जिले के 43 गांव को आदर्श गांव घोषित करने के लिए योजना तैयार की है. योजना में शामिल होने वाले गांव पर 20 - 20 लाख रुपए खर्च कर आदर्श गांव 2 वर्ष में तैयार किए जाएंगे.
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योजना के लिए अंबाह का चयन
इस योजना में अभी तक मुरैना विकासखंड के बिचोला गांव, गोबरा ,इमलिया, रसीलपुर का चयन हुआ है. लेकिन अब अम्बाह विकासखंड में अम्बाह का चयन हुआ है. पोरसा विकासखंड के लाडपुरा गांव, सेन्थरा अहीर, जौरा विकासखंड के अरहेला गांव, सांकरा गांव, डूंगरपुर शामिल है. कैलारस विकासखंड के दिपेहरा गांव, थाटीपुरा ,इसके साथ ही पहाड़गढ़ विकासखंड के गैपरी ,कैमरा और पचेखरा को इस योजना में चिंहित किया गया है. इन गांव की डीपीआर बनाकर शासन को भेजी जाएगी. इसके बाद आदर्श गांव योजना में 43 गांव बनेंगे. अभी 26 गांव चिंहिंत नहीं करने पर कलेक्टर ने जिले के 7 जनपद सीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं और 7 दिन के अंदर फिर पुनः बैठक बुलाई है.