मुरैना। चंबल का नाम सुनते ही दिमाग में बीहड़ डकैतों के दृश्य आंखों में उभर आते हैं. लेकिन मुरैना के भाई- बहन की बहादुरी और लोगों की मदद के जज्बे ने प्रदेश ही नहीं देश को प्रभावित किया है. दोनों बच्चों ने 2 अप्रैल के दंगों में फंसे रेल यात्रियों को खाना और मेडिसिन उपलब्ध करवाई थी. इसी बहादुरी के लिए सीएम कमलनाथ ने भाई- बहन को सम्मानित किया था.
भाई- बहन की बहादुरी के जज्बे को सलाम, मुख्यमंत्री ने किया सम्मान - चंबल
मन में ठान लो तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है ऐसा ही कुछ मुरैना के दो मासूमों ने कर दिखाया. जिन्हें अपनी बहादुरी के लिए मानवता का सर्वोच्च बाल राष्ट्रपति अवॉर्ड मिला है.
मुख्यमंत्री ने किया सम्मान
मुरैना के अद्रिका व कार्तिक ने 2 अप्रैल को दंगों में फंसे रेल यात्रियों को खाना और मेडिसिन पहुंचाया था, जिसको लेकर दिल्ली में उनको मानवता का सर्वोच्च बाल राष्ट्रपति अवॉर्ड मिला है. वहीं राज्य सरकार ने भाई- बहन को 15 अगस्त के मौके पर भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में सम्मानित किया.
Last Updated : Aug 22, 2019, 6:26 PM IST