मुरैना। कोरोना मरीजों के प्रति स्वास्थ्य महकमा कितना सजग है, उसका उदाहरण आज जिला अस्पताल में भर्ती मरीज को देखने से पता चला. यहां के सर्जिकल वार्ड में एक वृद्ध पैर में फ्रेक्चर की वजह से भर्ती है, आज इस वृद्ध की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, इसके बावजूद ना तो वार्ड को सेनेटाइज किया गया और ना ही अन्य मरीजों को वहां से हटाया गया. इतना ही उसकी तीमारदारी में लगे लोगों को भी स्वास्थ्य महकमे ने क्वरंटाइन करना उचित नहीं समझा.
मुरैना जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही, कोरोना पॉजिटिव मरीज को नहीं किया आइसोलेट
मुरैना जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती एक बुजुर्ग की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी प्रबंधन ने उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट नहीं किया, जिससे बाकी के मरीजों में भी कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है.
कैलारस गांव के निवासी 85 वर्षीय बुजुर्ग पैर की हड्डी टूटने की वजह से जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती हैं. बुखार व खांसी होने पर वृद्ध की कोरोना जांच कराई गई. जिसमें जिला अस्पताल में की गई जांच पॉजिटिव आयी है, हालांकि अभी सैंपल जांच के लिए ग्वालियर भेजे गए हैं, इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन लगातार लापरवाही बरत रहा है.
वहीं अस्पताल प्रबंधन ने वृद्ध के पलंग के पास एक पर्चा चिपका दिया है, जिस पर लिखा गया है कि, यह पलंग कोरोना मरीज का है इसलिए इसे कोई स्पर्श न करे. ना तो उस वार्ड को सेनेटाइज किया गया और ना ही वहां आवाजाह को बंद किया गया है.