मुरैना। मुरैना बस स्टैंड से अलग-अलग रूट पर चलने वाली यात्री बस और अन्य वाहन मनमाने तरीके से किराया वसूल रहे है. इसके पीछे बस ऑपरेटर तर्क देते है कि आए दिन डीजल के दामों में वृद्धि हो रही है, इसलिए अधिक किराया वसूलना मजबूरी है. हालात यह है कि मुरैना से धौलपुर की दूरी 18 किलोमीटर है और किराया 40 से 50 रुपए तक वसूला जाता है. किराया निर्धारण को लेकर प्रशासन परिवहन और बस ऑपरेटर के बीच कई बार बैठक हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकलता.
- बसों के परमिट रद्द करेंगे- क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी
मुरैना ग्रामीण क्षेत्रों और अन्य जिलों के लिए यात्री वाहन संचालित होते हैं. जिनमें लगभग 200 बसें संचालित होती हैं. इन बसों में किराया संबंधी कोई निर्धारण नहीं है, और ना ही परिवहन विभाग और प्रशासन का इन पर कोई अंकुश है. अवैध किराया वसूली को लेकर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अर्चना परिहार का कहना है कि हम इस मामले में आकस्मिक निरीक्षण करेंगे. अवैध किराया वसूल करने वाली बसों के परमिट रद्द करेंगे. लेकिन यह बात सिर्फ मीडिया के सामने बोलने वाली है या वास्तविक रूप से अवैध किराया वसूल करने वाले बस ऑपरेटर अथवा अन्य यात्री वाहन संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की जहमत परिवहन विभाग के अधिकारी उठा पाएंगे? यह एक बड़ा सवाल है.
- कहां कितना वसूल होता है किराया
- मुरैना से धौलपुर, दूरी- 20 किलोमीटर, किराया-40 से 50 रुपए
- मुरैना से ग्वालियर, दूरी- 38 किलोमीटर, किराया 50 रुपए
- मुरैना से पोरसा, दूरी- 55 किलोमीटर, किराया 65 रुपए
- मुरैना से सबलगढ़, दूरी- 80 किलोमीटर, किराया 65 से 70 रुपए
- डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि