मुरैना। मुरैना लोकसभा सीट पर कांग्रेस-बीजेपी प्रत्याशी अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. दोनों ही पार्टी के नेताओं ने 12 मई को हुए मतदान के बाद कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा की है.
कांग्रेस-बीजेपी के अपने दावे मुरैना लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है. मध्य प्रदेश में बीजेपी के जो मजबूत किले हैं उन्हीं में से एक मुरैना भी है. इस सीट पर बीजेपी पिछले 6 चुनावों से जीत हासिल करती आ रही है. कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर जीत साल 1991 में मिली थी.
23 साल से जीत के लिए तरस रही कांग्रेस इस बार उत्साहित नजर आ रही है. कांग्रेस नेता जीत का दावा कर रहे हैं. अगर इस बार कांग्रेस को जीत मिली तो कांग्रेस 23 साल बाद मुरैना लोकसभा सीट पर अपनी वापसी करेगी, लेकिन भितरघातियों को लेकर कांग्रेस चिंतित भी है.पार्टी सूत्रों की माने तो ऐसे लोगों की बूथ वार समीक्षा में सूची भी तैयार की जा रही है और आगे पार्टी इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकती है. कांग्रेस जिला प्रवक्ता राजेन्द्र यादव का दावा है कि मुरैना सीट से सांसद रामनिवास रावत की जीत सुनिश्चित हैं और वो एक लाख वोटों से जीतेंगे.
बीजेपी नेता प्रेमकांत शर्मा प्रत्याशी नरेंद्र सिंह तोमर की जीत का दावा कर रहे हैं. हालांकि बीजेपी के नेताओं की क्षेत्र से आने वाली सूचनाओं के आधार पर बीजेपी नेता डरे हुए हैं. वो भितरघात का भितरघात से इनकार नहीं कर रहे.