मुरैना। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर देश भर की राष्ट्रीय कृत बैंकों के कर्मचारी व अधिकारी मुरैना जिले में भी दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे. दूसरे दिन स्टेशन रोड स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया बैंक शाखा के सामने सभी बैंकों के लगभग 500 अधिकारियों और कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. जिसके बाद रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
मुरैना में बैंक कर्मचारियों की हड़ताल से पांच सौ करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के आह्वान पर बैंकों के कर्मचारियों की दूसरे दिन भी हड़ताल जारी है. मुरैना में लगभग 500 कर्मचारियों और अधिकारियों ने धरना प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
2 दिन की हड़ताल और रविवार मिलाकर 3 दिन बैंक बंद रहेंगे. हड़ताल के दौरान 500 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ. लेन-देन नहीं होने से बैंकों को 10 लाख रुपए कमीशन का नुकसान भी हुआ है. परेशान हो रहे लोगों से बैंक अधिकारियों ने माफी भी मांगी है. दरअसल बैंक अधिकारी व कर्मचारी अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. कर्मचारियों की मुख्य मांग वेतन समझौता है, जो कि पिछले 27 माह से लंबित है. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन जिला मुरैना इकाई के संयोजक सत्येंद्र शर्मा ने बताया कि जिले भर में एसबीआई की 18 शाखाएं इसके अलावा 130 से अधिक अन्य बैंक संचालित हैं.
इन बैंकों में रोजाना 200 से 500 करोड़ रुपये का टर्नओवर होता है, जिससे बैंक को लगभग 30 लाख का कमीशन मिलता है. सभी सरकारी बैंक हड़ताल को समर्थन दे रहे हैं. इससे करीब 500 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है. इससे बैंकों को 2 दिन में सीधा 30 लाख रुपए का नुकसान होना तय है. बैंक कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, तो सभी बैंक कर्मचारी आगामी 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.