मुरैना। मध्य प्रदेश के चंबल में 60 हजार के इनामी कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर का आतंक अभी कम नहीं हुआ था कि चम्बल में एक और कुख्यात डकैत की एंट्री हो गई है. राजस्थान का 1.15 लाख का इनामी कुख्यात dacoit keshav gurjar ने चंबल को अपना नया ठिकाना बना लिया है. बताया जा रहा है कि कुख्यात डकैत केशव गुर्जर और राजस्थान पुलिस में 3 दिन पहले जबरदस्त मुठभेड़ हुई और दोनों तरफ से लगभग 190 से अधिक राउंड फायर हुए. इसके बावजूद डकैत केशव गुर्जर अपने गैंग के साथ बच निकलकर चंबल की तरफ आ गया है.
Dacoit Chambal : दुर्दांत डकैत गुड्डा गुर्जर गैंग का खौफ, शिवपुरी जिला पुलिस अलर्ट मोड पर, जंगलों में सर्चिंग तेज
पुलिस की दो दर्जन टीमें चला रहीं सर्च अभियानः चंबल पुलिस के लिए पहले से ही 60 हजार का इनामी गुड्डा गुर्जर सिर दर्द बना हुआ है. वहीं अब डकैत केशव गुर्जर की एंट्री होने के बाद पुलिस की सांसें फूल रही है. हालांकि पुलिस का दावा है कि हमारी टीमें एक्टिव है लेकिन 11 नवंबर को सीएम शिवराज सिंह चौहान के आगमन को देखते हुए पुलिस का सिरदर्द दोगुना हो गय है. सीएम की फटकार के बाद गुड्डा तो मिला नहीं. ऊपर से राजस्थान दुर्दांत केशव अपनी पूरे गैंग के साथ बीहड़ों में आकर छिप गया है.Chambal की मुरैना जिले की पुलिस इस समय संकट फंसी हुई है. पुलिस की दो दर्जन से अधिक टीमें भले ही जंगलों में search campaign चला रही है, लेकिन अभी तक डकैत की परछाई भी उनको नहीं मिल पाई है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नाराजगी जाहिर करते हुए जिले के एसपी आशुतोष बागरी को सख्त निर्देश दिए हैं कि तत्काल डकैत का सफाया करें. यही कारण है कि चंबल के 3 जिलों की पुलिस लगातार सर्चिंग अभियान कर रही है, लेकिन अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिली है.
पुलिस की दो दर्जन टीमें चला रहीं सर्च अभियान सीएम की फटकार के बाद गुड्डा के 7 मददगार पकड़ेः मुरैना जिले के पहाड़गढ़ क्षेत्र के चांचुल गांव में डकैत गुड्डा गुर्जर द्वारा ग्रामीणों को गांव खाली कराने की धमकी देने के बाद 27 अक्टूबर को CM Shivraj Chauhan ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के दौरान डकैत गैंग के मूवमेंट पर नाराजगी जाहिर की थी. इसके तत्काल बाद ही चंबल के आईजी राजेश चावला सीधे पहाड़गढ़ पहुचें थे. इसी दौरान लोहगढ़ में गुड्डा के आश्रयदाता साथी करुआ गुर्जर का मकान ढहा दिया गया. 2 दिन बाद ही नूराबाद पुलिस ने उसके दो अन्य मददगारों को पकड़ा. इसके बावजूद गुड्डा गुर्जर पुलिस पकड़ से बाहर है. 2 गैंग मेंबर 5 दिन से पुलिस की कर रहे थे मदद. जब गुड्डा नहीं मिला तो उनकी दिखा दी गिरफ्तारी. नूराबाद थाना पुलिस ने जिन 2 आश्रयदाताओं भूपेंद्र उर्फ रामसेवक गुर्जर और रामसेवक गुर्जर निवासी जरदान सिंह का पुरा की गिरफ्तारी 3 नवंबर को दिखाई है वह हकीकत में 5 दिन से पुलिस के साथ गुड्डा के संभावित ठिकानों पर Dabish के दौरान पुलिस के साथ थे.
पुलिस की दो दर्जन टीमें चला रहीं सर्च अभियान अब थाना प्रभारियों को दी जिम्मेदारीः 60 हजार के इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर को पकड़ने के लिए संभावित जगह दबिश देने के लिए cyber cell की 20 लोगों की टीम को फ्रीहैंड के साथ रिजर्व किया गया था. लेकिन 5 दिन में भी यह टीम गुड्डा को पकड़ना तो दूर, उसका सुराग तक नहीं लगा सकी. इससे जिले के अन्य थानों में पदस्थ प्रभारियों में असंतोष उभरने लगा तो सुमावली, जौरा, पहाड़गढ़ व कैलारस थानों के प्रभारियों के नेतृत्व में अलग-अलग टीमें बनाई गई है. राजस्थान के धौलपुर एसपी धर्मेंद्र सिंह का कहना है की बाड़ी स्थित सोने का गुर्जा क्षेत्र में dacoit gang movement की सूचना मिली थी. डकैत केशव गुर्जर गैंग ने 60 राउंड फायरिंग की थी. हमारी टीम ने भी 30 राउंड फायर किए. इसके बाद डकैत गिरोह चंबल साइड भाग निकला.
धौलपुर से नहीं मिली सूचना, हमारी टीम एक्टिव हैःMorena ASP Dr. Raisingh Narwaria का कहना है कि धौलपुर में 1.15 लाख के इनामी डकैत केशव गुर्जर के साथ मुठभेड़ की सूचना और उसके मुरैना साइड आने की जानकारी राजस्थान पुलिस ने शेयर नहीं की है.इसके बावजूद हमारी पुलिस पार्टियां चंबल किनारे एक्टिव होकर सर्चिंग कर रही हैं.