मुरैना। कैलारस थाना क्षेत्र के एक गांव में 9 दिन पहले नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने गांव के पंचायत भवन में वीडियो कैमरे लगवा कर मासूम पीड़िता से पहचान कराई, जिसमें गांव की वोटर लिस्ट और परिवार आईडी के आधार पर लगभग एक हजार से अधिक लोगों की पहचान कराई गई. पहचान के दौरान 5 लोगों से पुलिस गहन पूछताछ कर रही है. इन पांचों के डीएनए कराए जाएंगे.
अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस ने पीड़िता के सामने खडे़ किए एक हजार लोग - 1 thousand people brought through camera
कैलारस के एक गांव में 9 दिन पहले नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने गांव के पंचायत भवन में वीडियो कैमरे लगवा कर मासूम पीड़िता से आरोपियों की पहचान कराई.
कैलारस के एक गांव में 13 अप्रैल को नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना हुई, जिसमें पुलिस बार-बार ग्रामीणों से पूछताछ कर रही थी. बार-बार होने वाली पूछताछ के चलते ग्रामीणों ने वीडियोग्राफी के जरिए पहचान कराने की मांग की, जिस पर गांव के पंचायत भवन में पुलिस ने 18 से 45 साल के एक हजार से ज्यादा लोगों की पहचान कराने के लिए बुलाया. सभी ग्रामीणों को एक-एक कर वीडियो कैमरे वाले कमरे में भेजा गया. जहां दूसरे कमरे में अपने परिजन के साथ बैठी मासूम पीड़िता ने सभी को एलईडी स्क्रीन पर देखा.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह ने बताया कि पंचायत भवन में एलईडी स्क्रीन पर गांव के लोगों के फोटो देखकर पीड़िता ने कपड़े, बाल व कान में छेद के आधार पर 5 लोगों के हुलिया पर शक किया है. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है और उनके ब्लड सैंपल लेकर डीएनए टेस्ट कराएगी. लगभग 500 लोगों की वीडियोग्राफी हुई है, साथ ही अभी और भी लोग बाकी हैं, जिनकी पहचान कराई जाएगी. वहीं अब देखना ये होगा कि पुलिस द्वारा कराई गई वीडियोग्राफी से अपराधी तक पहुंचने में कितनी सफलता हाथ लगती है.