मंदसौर। रेतम और चंबल नदी से रेत के अवैध खनन को लेकर यहां चल रहे माफिया वाद के खिलाफ मल्हारगढ़ तहसील के लोगों ने मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों ने खनिज विभाग के अधिकारियों पर माफिया के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि, कई ठेकेदार नेतागिरी की आड़ में लोगों को फर्जी रसीद के आधार पर रेत की बिक्री कर रहे हैं. लंबे समय से चल रहे इस गोरखधंधे के मामले में मंशाखेड़ी के ग्रामीणों ने गांव से गुजर रहे रेत से भरे ट्रैक्टर को पकड़कर नारायणगढ़ थाना पुलिस के हवाले कर दिया.
अवैध रेत माफिया के खिलाफ लामबंद हुए ग्रामीण, गोरखधंधे को खत्म करने की उठाई मांग - Villagers protest against illegal sand mafia
मंदसौर में रेत के अवैध खनन को लेकर माफिया वाद के खिलाफ मल्हारगढ़ तहसील के लोगों ने मोर्चा खोलते हुए खनिज विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है. वहीं ग्रामीण और कांग्रेस नेताओं ने माफिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए खनिज विभाग से कार्रवाई की मांग की है.
मामले में गुस्साए ग्रामीणों ने, ठेकेदार और खनन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की. जिसके बाद खनिज विभाग के अधिकारियों ने किसी भी प्रकार की कार्रवाई का आश्वासन ना देते हुए, नाराज ग्रामीणों ने थाने के बाहर ही धरना देना शुरू कर दिया.
जब धरने के काफी देर बाद भी खनिज विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे तो कांग्रेस नेताओं ने भी ग्रामीणों के साथ धरना देना शुरू कर दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने खनिज विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भजन-कीर्तन किया. इस दौरान काफी देर बाद खनिज अधिकारी एमएस जमरा और मल्हारगढ़ एसडीओपी मौके पर पहुंचे और फर्जी रसीदे देने वाले ठेकेदार के खिलाफ जांच की बात कहकर धरना खत्म करवाया.