मंदसौर। शहर के पूर्वी इलाके की बस्तियों को पुराने शहर से जोड़ने वाले मिड इंडिया रेलवे फाटक पर बन रहे अंडरब्रिज का निर्माण कार्य एक बार फिर बजट की कमी के चलते अटक गया है. पैसे के अभाव के कारण ठेकेदार ने एक महीने से काम बंद कर दिया है. रेलवे फाटक पर आवागमन भी बंद होने से इलाके के लोगों को अब भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले में क्षेत्र के भाजपा नेताओं ने अपनी सरकारों के जनप्रतिनिधियों से तत्काल बजट उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है.
मंदसौर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से महज 100 गज दूरी पर बना मिड इंडिया रेलवे फाटक बीते 16 सालों से राजनीति की शिकार हो रहा है. इलाके के लोग इस फाटक के बार-बार बंद होने से परेशान हैं. क्षेत्रवासियों की मांग पर प्रदेश सरकार के नगरी प्रशासन मंत्रालय ने 32 लाख रुपए के बजट पर अंडर ब्रिज बनाने की मंजूरी दी है, लेकिन दो चरणों में स्वीकृत होने वाली इस योजना का बजट पहली ही बार में अधर में लटक गया है. इस योजना के पैसे नगर पालिका को समय पर नहीं मिलने से निर्माण एजेंसी के ठेकेदार ने काम बंद कर दिया है. वहीं बता दें कि पहले रेलवे फाटक होने से लोगों को आवागमन की सुविधा थी, लेकिन निर्माण काम चालू होने से ठेकेदार ने यहां दोनों तरफ खाई खोदकर इस रास्ते को ही बंद कर दिया है. नतीजतन पूर्वी इलाके की 16 कॉलोनियों के लोग अब 3 किलोमीटर घूमकर गीता भवन के रास्ते से शहर में आवागमन कर रहे हैं.
मंदसौर में बजट की कमी के चलते अटका अंडर ब्रिज का काम
मंडला के पूर्वी इलाके को पुराने बाजारों से जोड़ने वाले मिड इंडिया रेलवे फाटक के अंडर ब्रिज का काम फिर अटक गया है. बताया जा रहा है कि बजट की कमी के चलते ठेकेदार ने काम बंद कर दिया है.
बजट की कमी के चलते अटका अंडर ब्रिज का काम
इस मामले में क्षेत्र के पार्षद प्रतिनिधि और भाजपा नेता आशीष राय गोड़ ने सरकार के जनप्रतिनिधियों से तत्काल बजट मुहैया कराने की मांग उठाई है. वहीं क्षेत्र के सांसद ने इस मामले में तकनीकी समस्या का जिक्र करते हुए बजट की कमी से इनकार किया है. सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि वे प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर जल्द ही निर्माण काम शुरू करवाएंगे.