मंदसौर। लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने जिला चिकित्सालय में छापामार कार्रवाई की. सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ अकाउंटेंट अजय चौरसिया शामगढ़ अस्पताल में पदस्थ एक महिला डॉक्टर से रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए. अकाउंटेंट डॉक्टर शोभा मोरे से मेटरनिटी लीव के दौरान दिए जाने वाले वेतन को रिलीज करने के बदले रिश्वत की मांग की थी.
अकाउंटेंट ने कहा- CMHO को प्रसाद चढ़ाए बिना नहीं मिलेगी वेतन, लोकायुक्त ने रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
लोकायुक्त विभाग में पदस्थ डीएसपी वेदांत शर्मा की टीम ने आज दोपहर के वक्त सीएमएचओ कार्यालय में छापा मारकर अकाउंटेंट को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया .
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शामगढ़ में पदस्थ महिला डॉक्टर शोभा मोरे पिछली 17 सितंबर से 15 मार्च तक मेटरनिटी अवकाश पर थी. इस दौरान दिए जाने वाले वेतन को रिलीज करने के लिए अकाउंटेंट अजय चौरसिया ने डॉक्टर से साफ तौर पर कहा था कि "भेरू जी को प्रसाद चढ़ाएं बगैर वेतन नहीं मिलेगा" इस मामले में डॉक्टर ने अकाउंटेंट से रिश्वत की रकम पूछी तो उन्होंने उसने 3500 रुपये प्रसाद में मांगे. पिछले 2 महीने से अकाउंटेंट द्वारा रिश्वत की रकम के मामले में बार-बार मांग करने से तंग आकर महिला डॉक्टर ने लोकायुक्त उज्जैन के एसपी से मामले की शिकायत कर दी.