मंदसौर। उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप के विरोध में पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है. वहीं मंदसौर में भी सकल वाल्मीकि समाज ने विरोध जताते हुए साफ-सफाई का काम बंद कर दिया. नगर पालिका परिषद के अंतर्गत पूरे शहर में सफाई कर रहे सभी 200 कर्मचारियों ने आज एक दिवसीय हड़ताल रखते हुए शहर में साफ-सफाई नहीं की है.
मंदसौर में 'हाथरस गैंगरेप' का विरोध, न्याय दिलाने की मांग को लेकर हड़ताल पर सफाई कर्मचारी
यूपी में हाथरस गैंगरेप की वारदात के बाद मंदसौर में भी भारी विरोध देखने को मिल रहा है, पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर सकल वाल्मीकि समाज ने विरोध जताया, और शहर की सफाई का काम बंद कर दिया है, नगर पालिका परिषद के अंतर्गत पूरे शहर में सफाई कर रहे सभी 200 कर्मचारियों ने आज एक दिवसीय हड़ताल करते हुए शहर में साफ-सफाई नहीं की.
आपको बता दें कि अखिल भारतीय वाल्मीकि समाज के जिला अध्यक्ष राजाराम तंवर ने कहा कि हाथरस में युवती के साथ जो वारदात हुई, उसे लेकर प्रशासन ने पीड़ित परिवार की कोई सुनवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि उल्टे प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने घटना के सबूत मिटाने के लिए आधी रात के वक्त पीड़िता का अंतिम संस्कार भी कर दिया. लिहाजा समाज के लोगों ने इस मामले में वहां के कलेक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए एक दिवसी हड़ताल की है.
उन्होंने कहा कि मंदसौर जिले के वाल्मीक समाज के लोगों ने इस वारदात में पीड़ित परिवार के लोगों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है. उधर नगरपालिका के तमाम सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने पर सीएमओं ने इसे सांकेतिक हड़ताल बताकर शहर में सफाई का काम बाधित होने की बात से इनकार किया है. जबकि शहर के किसी भी वार्ड में आज साफ सफाई नहीं हुई, और तमाम कर्मचारी दिनभर हड़ताल पर रहे.