मंदसौर।बीते साल सितंबर माह में आई बाढ़ से जिले में भारी तबाही हुई थी. बाढ़ से फसलें चौपट हो गई, जिससे सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हुआ. नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने दो किश्तों में किसानों को मुआवजा रकम भुगतान करने की व्यवस्था की थी. किसानों के बैंक खातों में सरकार ने एक किश्त की रकम का भुगतान तो किया, लेकिन जिले के तमाम किसान अभी भी मुआवजे की दूसरी किश्त से वंचित हैं.
पिछला मुआवजा नहीं मिलने से नाराज किसान, अब बन रहे सूखे के हालात - प्राकृतिक आपदा
मंदसौर में पिछले साल किसानों की फसल ज्यादा बारिश के चलते बर्बाद हो गई थी, जिससे सरकार ने किसानों के बैंक खाते में रकम का भुगतान किया था. वहीं सरकार बदल जाने से दूसरी किश्त नहीं आई, जिससे किसानों में आक्रोश है.
किसानों ने मुआवजे की राशियों के अलावा बीमा रकम की अदायगी करने की मांग की है. राज्य सरकार ने बजट आवंटन नहीं किया, जिस वजह से प्रशासनिक अधिकारी भी इस मामले में चिंता में हैं. खेती के मामले में किसान पिछले दो सालों से प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे हैं.
मंदसौर के किसानों को अब सरकार से मदद की दरकार है, लेकिन प्रदेश में हुए सत्ता परिवर्तन से वर्तमान सरकार ना तो कर्ज माफी और ना ही मुआवजा के भुगतान के मुद्दे पर कोई सुनवाई कर रही है. ऐसे हालात में जिले के तमाम किसानों में भारी आक्रोश का माहौल है.