मंदसौर। मध्यप्रदेश में टिकट वितरण के बाद बीजेपी-कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. मंदसौर में गायरी समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष रंग लाल धनगर ने दोनों पार्टियों पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है. उनका कहना है कि उन्हें ओबीसी वर्ग के कई जनप्रतिनिधियों का सर्मथन हासिल है जिसके दम पर वह बीजेपी-कांग्रेस को चुनौती देने जा रहे हैं.
मंदसौरः बीजेपी-कांग्रेस से नाराज गायरी समाज, निर्दलीय प्रत्याशी उतारने का किया एलान - बीजेपी
मंदसौर में गायरी समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष रंग लाल धनगर बीजेपी-कांग्रेस पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुे निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कही है. उनका कहना है कि मंदसौर संसदीय क्षेत्र में उन्हें कई ओबीसी वर्ग के कई जनप्रतिनिधियों का सर्मथन हासिल है.
निर्दलीय प्रत्याशी रंग लाल धनगर ने कहा कि दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने उनके और ओबीसी वर्ग के मतदाताओं की उपेक्षा की है. उन्होंने कहा कि मंदसौर से बीजेपी-कांग्रेस के उम्मीदवार पहले सांसद रह चुके हैं. इसलिए इस बार पार्टी को ओबीसी वर्ग के नेताओं को मौका देना चाहिए था. धनगर ने कहा कि दोनों पार्टियों ने हमेशा ओबीसी वर्ग को वोट बैंक समझा है. जिसके चलते अब हमने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बनाया है.
मंदसौर लोकसभा सीट के अंतर्गत आठ विधानसभा सीटें आती है. इनमें 17लाख 44 हजार 995 मतदाता है. जबकि जातिगत समीकरणों के हिसाब से इस सीट पर ओबीसी वर्ग के करीब 37 प्रतिशत मतदाता है. यही वजह है कि रंग लाल धनगर ने ओबीसी वर्ग को टिकट न दिए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. मंदसौर में बीजेपी ने वर्तमान सांसद सुधीर गुप्ता को टिकट दिया है. तो कांग्रेस ने यहां एक बार फिर से मीनाक्षी नटराजन पर दांव लगाया है. लेकिन ओबीसी वर्ग के रंगलाल धनगर के निर्दलीय चुनाव लड़ने से यहां बीजेपी-कांग्रेस के समीकरण बिगड़ भी सकते हैं.