मंदसौर।कांग्रेस द्वारा जारी किए गए घोषणा पत्र पर मालवा के किसानों ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी है. किसी ने इस पर नाराजगी जताई है. मंदसौर वो क्षेत्र है जहां विधानसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के 2 लाख तक के कर्ज माफी की घोषणा की थी.
लोकसभा चुनावः कांग्रेस के घोषणा पत्र पर क्या कहते हैं मालवा के किसान - कांग्रेस मैनिफेस्टो
कांग्रेस के घोषणापत्र पर मालवाचंल के किसानों ने भी अपनी-अपनी राय दी है. किसानों का कहना है कि कांग्रेस घोषणा पत्र में किसानों से जुड़ी और योजनाों को शामिल कर सकती थी.
मंदसौर के किसान प्रदेश की कांग्रेस सरकार के वादों को पूरा न किए जाने पर नाराजगी जताए हैं. किसानों का कहना है कि कांग्रेस के घोषणापत्र में किसानों के कोष बनाने के लिए कुछ खास जिक्र नहीं किया गया. किसानों का कहना है कांग्रेस ने बताया ही नहीं कि इस कोष में वे क्या-क्या शामिल करेंगे. ऐसे में अधिकतर किसान कांग्रेस की योजनाओं को हवा-हवाई बता रहे हैं.
किसानों का कहना है कि अगर डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों को कम करने पर जोर दिया जाना जरुरी था. मंदसौर की कृषि उपज मंडी में माल बेचने आए किसानों ने कहा कि फसलों के आयात-निर्यात की नीतियों में भी बदलाव होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि हमें लागत मूल्य कम करने के बारे में कांग्रेस से काफी उम्मीदें थी लेकिन इस घोषणा पत्र में कांग्रेस ने इस तरह की किसी भी योजना का कोई जिक्र नहीं किया है. इसी तरह खाद बीज, पर भी सब्सिडी बढ़ाने की संभावना थी. लेकिन, वह भी इस घोषणापत्र में शामिल नहीं की गई. कांग्रेस के घोषणा पत्र जारी के होने के बाद अब सभी की नजरें बीजेपी के घोषणा पत्र टिकी हुई हैं.