मंदसौर। शहर में होली के त्योहार पर पशुपतिनाथ मंदिर में स्थित भगवान पशुपतिनाथ की प्रतिमा का कई रंगों से विशेष श्रंगार किया गया. साल भर में फाल्गुन महीने में केवल एक बार होने वाले इस श्रंगार के दर्शन के लिए यहां कई प्रांतों के लोग हर साल आते हैं. मालवा इलाके में कई सालों से ये परंपरा चली आ रही है कि यहां के लोग भगवान पशुपतिनाथ को रंग गुलाल लगाने के बाद ही रंगों के त्योहार होली की शुरुआत करते हैं.
होली पर भगवान पशुपतिनाथ का सतरंगी श्रंगार, भोग-आरती के बाद मनाई गई होली - Mandsaur News
मंदसौर में होली के त्योहार पर भगवान पशुपतिनाथ की प्रतिमा का करीब 2 घंटे तक रंग गुलाल से श्रंगार किया गया. जिसके बाद आरती कर होली की शुरुआत की गयी.
![होली पर भगवान पशुपतिनाथ का सतरंगी श्रंगार, भोग-आरती के बाद मनाई गई होली Lord Pashupatinath's colorful makeup in Mandsaur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6360239-thumbnail-3x2-din.jpg)
आज सभी पुजारियों ने मिलकर भगवान की प्रतिमा का करीब 2 घंटे तक कुमकुम, अबीर, गुलाल और सतरंगी रंगों के अलावा फूलों से अनूठा श्रंगार किया, इसके बाद आरती की गई. दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा वाले भगवान पशुपतिनाथ का साल भर में केवल एक बार रंगों और फूलों से एक साथ श्रंगार होता है. पुजारियों ने प्रतिमा के एक मुंह पर अर्धनारीश्वर और दूसरे तीन मुंखों पर अलग-अलग रूपों वाला विशेष श्रंगार किया.
इस बार पूरे देश में कोरोना वायरस का प्रकोप है, लिहाजा पुजारीयों ने श्रंगार के बाद भोग आरती के दौरान भगवान से इस प्राकृतिक प्रकोप को बचाने की भी प्रार्थना की है, कई सालों से मंदसौर शहर में ये परंपरा जारी है. 7 दिनों तक यहां होली का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा और शीतला सप्तमी के दिन लठमार होली खेलने के साथ ही होली के इस पर्व का समापन होगा.