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कर्ज माफी पर घिरी कमलनाथ सरकार, बीजेपी विधायको ने पक्षपात के खिलाफ खोला मोर्चा

मंदसौर जिले के किसानों को कर्ज माफी की दूसरी किश्त का लाभ दिया जाना बाकी है. प्रभारी मंत्री ने कांग्रेसी विधायकों के क्षेत्र के किसानों को इस योजना में एक लाख रुपये तक की ऋण माफी के प्रमाण पत्र दिए हैं. बाकी तहसीलें भाजपा के क्षेत्र की है और यहां के किसानों को दूसरे चरण की कर्ज माफी का फायदा नहीं मिलने से भाजपा विधायकों ने इस मुद्दे पर कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

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कर्ज माफी के मामले में फिर घिरी कमलनाथ सरकार

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Published : Feb 21, 2020, 12:04 AM IST

मंदसौर। किसानों के कर्ज माफी के मामले में बीजेपी विधायकों ने अब प्रदेश सरकार को घेरना शुरू कर दिया है, जिले की 9 तहसीलों में केवल सीतामऊ तहसील के ही किसानों को फिलहाल कर्ज माफी के दूसरे चरण की योजना में शामिल किया गया है. शासन की इस नीति के खिलाफ भाजपा विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है. विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने इस मुद्दे पर कमलनाथ सरकार पर अंधों की तरह अपनों को रेवड़ी बांटने का आरोप लगाया है.

कर्ज माफी के मामले में फिर घिरी कमलनाथ सरकार

जिले के प्रभारी मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा ने सुवासरा विधायक हरदीप सिंह डंग के क्षेत्र वाली तहसील सीतामऊ में करीब साढे़ 4000 किसानों को दूसरे चरण में कर्ज माफी के प्रमाण पत्र वितरित किए हैं. विधायक यशपाल ने कहा कि शिवराज सरकार के समय वे इलेक्ट्रॉनिक बटन दबाकर किसानों को पैसों की अदायगी उनके बैंक खातों में करते थे, लेकिन कमलनाथ केवल कांग्रेसी विधायकों के क्षेत्रों में ही किसानों को कर्ज माफ जैसी योजनाओं का लाभ दे रही है.

कराड़ा ने कहा कि भाजपा विधायक का क्या है, वे तो बोलते ही रहते हैं. उन्होंने ये भी सफाई दी कि जल्द ही बाकी की तहसीलों के किसानों के भी कर्ज माफ करेंगे. मंदसौर जिले के 68000 किसानों को कर्ज माफी की दूसरी किश्त का लाभ दिया जाना बाकी है. प्रभारी मंत्री ने कांग्रेसी विधायक हरदीप सिंह डंग के क्षेत्र के केवल 4600 किसानों को ही इस योजना में एक लाख रुपये तक के ऋण माफी प्रमाण पत्र दिए हैं, बाकी 8 तहसीलों में से अधिकतर तहसीलें भाजपा के 3 विधायकों के क्षेत्र की हैं और यहां के किसानों को दूसरे चरण की कर्ज माफी का फायदा नहीं मिलने से भाजपा विधायकों ने इस मुद्दे पर भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

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