मंदसौर।हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के अवसर पर हर साल 29 अगस्त को 'राष्ट्रीय खेल दिवस' मनाया जाता है. ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहरों के लिए देश और दुनिया के नक्शे पर अहम स्थान रखने वाले मंदसौर जिले ने भी हॉकी की दुनिया में मुकाम हासिल किया है. मंदसौर से 6 से ज्यादा हॉकी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की टीमों का नेतृत्व कर रहे हैं. इन खिलाड़ियों में जूनियर वर्ग की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नीलू डोडिया भी शामिल हैं, जिन्होंने एशिया कप टूर्नामेंट में भारत को दूसरा खिताब दिलाया है.
स्कूल लाइफ में शुरू किया हॉकी का सफर
मंदसौर केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा नीलू डोडिया 2010 में स्कूली जीवन से ही हॉकी में शानदार प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था. पहले साल नीलू ने संभाग और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में अव्वल प्रदर्शन किया. जिसके लिए प्रदेश सरकार के खेल मंत्रालय की तरफ से उन्हें जूनियर वर्ग खिलाड़ियों की टीम में शामिल करते हुए ग्वालियर गर्ल्स एकेडमी में दाखिला कराया गया.
- नीलू ने ग्वालियर में रहकर उच्च शिक्षा हासिल की और एकेडमी के कोच परमजीत और वंदना वर्मा ने उन्हें हॉकी के खेल में तमाम बारीकियां सिखाए.
- साल 2015 में राष्ट्रीय स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं में नीलू डोडिया ने एक बार फिर बाजी मारते हुए 16वां स्थान हासिल किया. जिसके बाद नेशनल एकेडमी ने जूनियर वर्ग की अंडर-18 टीम में शामिल कर एशिया कप खेलने के लिए चयन हुआ.
- 2016 में एशिया कप प्रतियोगिता के दौरान नीलू ने बैंकॉक में काफी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और इंडिया टीम को सिल्वर अवार्ड से नवाजा गया.
- नीलू ने ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम में जूनियर हॉकी प्रतियोगिता में भी शानदार प्रदर्शन किया.
ओलंपिक है अब लक्ष्य
नीलू डोडिया ओलंपिक खेलों को लेकर काफी गंभीर हैं. उन्होंने अब ओलंपिक अवार्ड जीतने का लक्ष्य तय किया है. मंदसौर के एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान में नीलू और उसके सहयोगी खिलाड़ी रोजाना 6 घंटे की प्रैक्टिस कर रहे हैं. नीलू के दो कोच राजीव कुमार और पीके अहिरवार रोजाना नीलू की प्रैक्टिस करा उन्हें ओलंपिक के लिए तैयार कर रहे हैं.