मंदसौर। तस्वीरों में दिख रहा ये नजारा मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले का है, यहां जहां तक नजर जाएगी, पानी ही पानी नजर आएगा. आसमान से हो रही आफत की बारिश नई मुसीबतें खड़ी कर दी है. मंदसौर में शिवना नदी ने रोद्र रुप धारण कर लिया है. नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि बाढ़ के पानी ने भगवान पशुपतिनाथ के चरण पखार दिए.
आसमानी आफत से मंदसौर में 'जलजला', शिवना ने किया शिव का अभिषेक
मंदसौर में हफ्ते भर के भीतर ही एक बार फिर पूरे जिले में हुई तेज बरसात से कई जगह भारी तबाही मच गई है और चारों तरफ पानी ही पानी का नजारा बन गया है. जिले में कल रात से ही लगातार हो रही तेज बरसात से मंदसौर शहर और तीन तहसीलों में करीब तीन दर्जन बस्तियों में बाढ़ का पानी घुसने से भारी तबाही मच गई है.
मंदसौर शहर और तीन तहसीलों में बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है. आधी रात के वक्त अचानक आई तेज बाढ़ से मंदसौर शहर की करीब दो दर्जन बस्तियां पानी-पानी हो गयीं. कुछ ऐसा ही नजारा निचले इलाकों की बस्तियों में भी देखने को मिला, जो बस्तियां कम और तालाब ज्यादा नजर आ रही हैं. आचनक आई आफत से तमाम लोग जान बचाकर हाई-वे की तरफ भागे. आनन-फानन में प्रशासन ने लोगों का रेस्कयू किया. मंदसौर के करीब एक दर्जन से भी ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं. कलेक्टर ने बताया कि लगातार बारिश से जिले भर में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रेस्कयू अभियान चलाया जा रहा है.
इस मुसीबत में आवाम के साथ प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है. एसपी हितेश चौधरी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद के लिए रतलाम और इंदौर जिलों से भी विशेष फोर्स बुलायी गयी है. प्रशासन भले ही सतर्कता से लोगों की मदद में जुटा हो, लेकिन पिछले दो हफ्तों से लगातार हो रही बारिश ने मंदसौर जिले में जलजला कर दिया है. अगर आसमान से बरसती ये आफत जल्द नहीं रुकी तो मंदसौर में हाहाकार मच सकता है.