मंदसौर। चालू सीजन की अफीम का सरकारी तौल अभी तक भी शुरू न होने से जिले के तमाम किसान परेशान हैं. फसल में चीरा लगाकर अफीम निकालने का दौर 3 हफ्ते पहले ही खत्म हो गया है. लुवाई-चिराई के बाद निकाली गई अफीम ,किसानों के घरों में पड़ी-पड़ी सूख रही है. औसत वजन में लगातार कमी आ रही हैं. इस वजह से किसानों ने केंद्र सरकार से तत्काल तौल के आदेश जारी करने की मांग की है.
तौल शुरू नहीं होने से अफीम किसान परेशान, केंद्र सरकार से लगाई मदद की गुहार - non-purchase of opium in mandsaur
मंदसौर में अफीम की खेती करने वाले किसानों के सामने बड़ा संकट पैदा हो गया है. किसानों को फसल खरीदी की चिंता सता रही है. जिसके चलते उन्होंने केंद्र से मदद की गुहार लगाई है.
अफीम उत्पादन और इसके एकत्रीकरण का जिम्मा केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय का होता है. लेकिन कोविड-19 के कारण सरकार ने ये कार्य गृह मंत्रालय के जिम्मे सौंप दिया है. ऐसे में दोनों विभाग फिलहाल इसकी पॉलिसी पर भी विचार कर रहे हैं. जबकि तौल शुरू न होने से किसान भारी परेशान हैं. सांसद सुधीर गुप्ता ने भी किसानों की परेशानी को वाजिब मानते हुए गृह मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत की है.
नियम के मुताबिक किसानों के खेत से निकाली गई अफीम का वजन रोजाना रिकॉर्ड में दर्ज करवाना होता है. तुलाई खत्म होने के बाद वजन की जानकारी विभाग को देने की जिम्मेदारी भी किसानों की होती है. किसानों ने, दूसरे सरकारी अमलों की तरह नारकोटिक्स विभाग से घर-घर जाकर अफीम एकत्र करने की मांग की है.