मंदसौर।मालवा अंचल में पैदा होने वाली चांदी की फसल यानी लहसुन की इस बार बंपर पैदावार हुई है, चीन के अधिकतर इलाके में पैदा होने वाले लहसुन पर इस बार कोरोना वायरस ने कहर ढा दिया है. लिहाजा वहां से एक्सपोर्ट बंद होने से यहां लहसुन के भाव में तेजी आई है. किसानों को पिछले साल की तुलना में इस साल डेढ़ से दोगुने दाम मिल रहे हैं, लिहाजा वे काफी खुश हैं.
'चांदी' की बंपर पैदावार से चमके किसानों के चेहरे, चीन से आयात नहीं होने पर दोगुना बढ़े दाम
प्रदेश में इस बार लहसुन की बंपर पैदावार हुई है, जबकि चाइना में कोरोना वायरस के चलते लहसुन की फसल भी प्रभावित हुई है और आयात भी प्रभावित हो रहा है, जिसके चलते यहां के किसानों को दो से तीन गुना लहसुन के बढ़े भाव मिल रहे हैं, जिससे किसान काफी खुश हैं.
मालवा की सबसे बड़ी मंडी मानी जाने वाली मंदसौर कृषि उपज मंडी में इन दिनों रोजाना 40 हजार बोरी लहसुन की आवक हो रही है, मंडी के मैदान को सफेद चांदी की चादर ने ढक लिया है. आवक बढ़ने से मंडी प्रशासन रोजाना खरीदे जाने वाले सिर्फ 25000 बोरी माल की एंट्री दे रहा है. बंपर उत्पादन के साथ ही किसानों को भाव भी 3 हजार से बढ़ाकर साढ़े आठ हजार रुपये तक मिलने से वे काफी खुश हैं.
व्यापारियों के मुताबिक चीन में कोरोना वायरस के चलते वहां से निर्यात बंद होने से भी भाव में तेजी आई है, सोमवार के दिन मंदसौर मंडी में 40 हजार बोरी माल की आवक होने से ये साफ है कि इस बार पूरे इलाके में इस फसल की बंपर पैदावार हुई है. उधर विदेशों में मांग और निर्यात की संभावनाओं के सिलसिले से किसानों को भाव भी अच्छे मिल रहे हैं. इन हालातों से 4 साल घाटा होने के बाद अब किसान खुश नजर आ रहे हैं.