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किसानों के जी का जंजाल बनी कर्जमाफी योजना, बोवनी छोड़ बैंकों के काट रहे चक्कर

मंदसौर में 3 दिन पहले ही मानसून आ चुका है और इन दिनों बोवनी का काम तेजी से चल रही है, लेकिन किसान बोवनी छोड़ खाद-बीज के चक्कर में बैंकों के चक्कर काट रहे हैं.

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Published : Jun 25, 2019, 8:47 PM IST

बैंक के बाहर लाइन में लगे किसान

मंदसौर। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही किसानों के कर्ज माफी की योजना अब किसानों के जी का जंजाल बन गई है. कृषि मंत्रालय ने इस स्कीम को 3 चरणों में बांटकर 2 लाख रुपये तक के कर्ज माफ करने की योजना तैयार की है. पहले चरण में 50 हजार रुपये तक ऋण वाले किसानों के कर्ज माफ कर उन्हें दोबारा लोन दिए जाने का प्रावधान है, लेकिन मंदसौर में जिला सहकारी बैंक के प्रशासनिक अमले की लापरवाही के चलते बोवनी के समय भी किसान परेशान हो रहे हैं.

बोवनी छोड़ बैंकों की लाइन में लगे किसान


जिला सहकारी बैंक ग्रामीण क्षेत्रों की शाखाओं में अब 50 हजार के लोन लिमिट वाले किसानों को दोबारा ऋण देने का काम कर रही है, लेकिन मंदसौर में इस दायरे में आ रहे हजारों किसानों परेशान हैं. मंदसौर और दलौदा तहसील में 16 सोसाइटी के किसान 2 ब्रांच के जरिए नया लोन ले रहे हैं, लेकिन इन शाखाओं में स्टाफ और कंप्यूटर सिस्टम की कमी के चलते किसानों को 2-2 दिन तक अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है.


जिले में 3 दिन पहले ही मानसून आ गया है और इन दिनों खेतों में फसल बुवाई का दौर जारी है. इस समय किसानों को खेत में होना चाहिये, लेकिन कर्ज माफी की योजना के पहले चरण के में आ रहे ये किसान इस समय खाद-बीज की रकम के लिये घंटों लाइन में खड़े होकर इंतजार कर रहे हैं. जिससे किसान आक्रोशित हैं.
किसानों ने लोन वितरण के लिए दो-तीन नए काउंटर खोलने की मांग की है. उधर किसानों को हो रही परेशानी की बात बैंक प्रशासन के अधिकारी भी मान रहे हैं. हालांकि उन्होंने बैंकों में नए काउंटर खोलने की व्यवस्था से साफ इनकार किया है.

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