मंदसौर। सीएम कमलनाथ की सार्वजनिक घोषणा के बावजूद मंदसौर जिले के बाढ़ और अतिवृष्टि से पीड़ित किसानों को फसल मुआवजे की राशि नहीं मिल रही है. एक ओर किसान मुआवजा रकम के अभाव में अगली फसल की बुवाई से चूक रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बाढ़ से प्रभावित लोग मकानों और सामान के नुकसान की मुआवजा राशि के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं.
सीएम की घोषणा के बावजूद किसानों और बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिला मुआवजा
मंदसौर जिले में सीएम कमलनाथ की घोषणा के बाद भी कई किसानों और बाढ़ प्रभावित लोगों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है. जिसके कारण किसान और बेघर हुए लोग मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं.
मुआवजे के लिए तरस रहे हजारों लोग
पिछले मानसून के दौरान हुई भारी बारिश से जिले के लगभग 40 हजार परिवार प्रभावित हुए हैं. वहीं 387 गांवों में कई मकान गिर गए और मकानों में रखा सभी सामान भी बाढ़ की भेंट चढ़ गया है. इस मामले में लोगों की मदद के लिए सीएम कमलनाथ ने पिछले महीने जिले का दौरा कर 15 अक्टूबर तक तमाम लोगों के खातों में मुआवजा राशि जमा करवाने का सार्वजनिक ऐलान किया था, लेकिन तय तारीख निकलने के 15 दिन बाद भी हजारों लोग मुआवज राशि पाने के लिए भटक रहे हैं.
किसानों ने की मुआवजा राशि जमा कराने की अपील
किसानों ने चौपट हुई फसल के बाद रबी फसल के लिए खेत तैयार कर रहे हैं, लेकिन पैसों के अभाव के चलते वे रबी फसल के लिए खाद-बीज नहीं खरीद पा रहे हैं. किसानों ने तुरंत मुआवजा राशि दिए जाने की अपील की है. मुआवजा राशि के संबंध में राजस्व अधिकारी हितग्राहियों के खातों में रकम जमा कराने का दावा कर रहे हैं, लेकिन मंदसौर तहसीलदार रामलाल मुनिया ने कई लोगों के बैंक खातों के नंबर और कोड की गलती की वजह से राशि खातों में ट्रांसफर नहीं होने की बात भी मानी है.