मंदसौर। देश में लगातार तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच सरकार ने आर्थिक गतिविधियों को फिर से पटरी पर लाने के लिए 1 जुलाई से अनलॉक कर दिया है. अनलॉक के बावजूद भी शॉपिंग मॉल और होटलों के कारोबार पूरी तरह से ठप हैं. मंदसौर में नौ तहसीलें और जिला मुख्यालय के अलावा रेलवे की दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर और फोर लेन सड़कों से जुड़े होने के बावजूद जिले में शॉपिंग मॉल और होटल मालिकों की हालत खराब हैं. आलम ये हो गए हैं कि होटल मालिकों ने अपने होटलों में ताले लटका दिए हैं वहीं मॉल मालिक सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि इस स्थिति से कैसे निपटा जाए.
संक्रमण के डर से बाहर आने में कतरा रहे लोग
मंदसौर शहर में छोटे-बड़े टोटल आठ शापिंग मॉल हैं, जहां एक ही जगह पर तमाम सामान मिलते हैं, जिसको संभालने के लिए करीब 12 से ज्यादा कर्मचारी जुटे रहते हैं. जिले में 25 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन की वजह से शहर में सब कुछ बंद रहा. इसके बाद अनलॉक की घोषणा होते ही सभी शॉपिंग मॉल खुल तो गए लेकिन ग्राहकों की आवाजाही शुरू नहीं हुई.
लगातार फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोग फिलहाल सार्वजनिक जगहों और बाजारों में जाने से कतरा रहे हैं. अनलॉक के बाद अचनाक कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा देखते हुए लोग फिलहाल बुनियादी और अतिजरूरी सामानों के अलावा कोई भी सामान खरीदने से परहेज कर रहे हैं, जिस वजह से इन दिनों तमाम शॉपिंग मॉल और शोरूम सूने पड़े हैं. लिहाजा मॉल-शोरूम मालिकों को काफी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा कुछ बिक्री की आस में घाटा सहते हुए मॉल और शोरूम खोलना पड़ रहा है.