मंदसौर। विश्व प्रसिद्ध भगवान पशुपतिनाथ की अष्टमुखी प्रतिमा पर सावन माह में जलाभिषेक करने की अनुमति को लेकर मांग उठाई गई है. श्रद्धालुओं और आरती मंडल के पदाधिकारियों की मांग है कि पशुपतिनाथ की प्रतिमा पर पूरे सावन माह जलाभिषेक करने की मंजूरी दी जाए. वर्तमान समय में केवल 3 घंटे ही जलाभिषेक करने की परमिशन दी गई है.
भगवान पशुपतिनाथ की प्रतिमा पर जलाभिषेक की उठी मांग, सावन भर श्रद्धालुओं ने मांगा पूरा दिन - मंदसौर में विश्व प्रसिद्ध मंदिर
विश्व प्रसिद्ध भगवान पशुपतिनाथ की अष्टमुखी प्रतिमा पर सावन माह में जलाभिषेक करने की अनुमति को लेकर मांग उठाई गई है. वर्तमान समय में केवल 3 घंटे ही जलाभिषेक करने की परमिशन दी गई है.
8 साल पहले पुरातत्व विभाग ने दुनिया की सबसे बड़ी इस शिव प्रतिमा पर जलाभिषेक और पंचतत्व की पूजा सामग्री चढ़ाने से क्षरण होने की रिपोर्ट दी थी. इसके बाद जिला प्रशासन ने प्रतिमा पर सीधे अभिषेक करने पर रोक लगा दी. यहां बने जल पात्रों के जरिए भगवान के चरणों में जल चढ़ाने की प्रशासन ने अनुमति दी है, लेकिन श्रद्धालुओं ने मांग की है कि सुबह के वक्त होने वाले अभिषेक का समय बढ़ाकर सावन माह में पूरा दिन कर दिया जाए.
मंदसौर एडीएम बीएल कोचले ने बताया कि ये मामला जन आस्थाओं और भारत सरकार के पुरातत्व विभाग से जुड़ा हुआ है. 2017 में जन प्रतिनिधियों और एक महात्मा के निर्देशन में निर्णय लिया गया था कि मूर्ति के उपर जल नहीं चढ़ाया जाएगा, दूर से ही पूजा-पाठ किया जाएगा. 2017 से ही ऐसी स्थिति बनी हुई है, इसलिए अचानक इसमें बदलाव लाना पुरातत्व विभाग के निर्देशों की अवहेलना होगी.