मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर में कोरोना कहर ढा रहा है. जिले में 300 बिस्तरों के अस्पताल की हालत यह है कि मरीजों को बेड नहीं मिल रहे है. जिला प्रशासन ने सिटी हॉस्पिटल के अलावा चार अन्य कोविड आइसोलेशन सेंटर बनाए है. जिले में पांच सौ से अधिक एक्टिव मरीज है. इनमें 60 फीसदी मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है.
- औद्योगिक ऑक्सीजन से बची मरीजों की जान
शहर के मुक्तिधाम में जलती चिताएं शहर की भयावह स्थिति बता रही है. आलम यह है कि पहले हर दिन में 2 शव मुक्तिधाम पहुंचते थे, जबकि अब 15 से 20 शव प्रतिदिन मुक्तिधाम पहुंच रहे है. ऑक्सीजन की कमी से जुंझ रहे अस्पताल में बीते 15 अप्रैल को अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन की सांस उस वक्त ऊपर नीचे हो गई, जब हॉस्पिटल में सौ मरीजों का ऑक्सीजन खत्म हो गया. जिला कोवीड प्रभारी वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, स्थानीय विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने सोशल मीडिया में वेल्डिंग दुकानों और फेक्ट्रियों में उयोग होने वाले ऑक्सीजन सिलेंडर देने की गुहार लगाई. तब कही जाकर मरीजो की जान बचाई जा सकी.