मंदसौर।जिले में कौवों के मरने का सिलसिला जारी है. अकेले शहर में पिछले एक हफ्ते में करीब 250 से अधिक कौवे पेड़ो से नीचे गिरकर दम तोड़ चुके है. सबसे अधिक कौवे शहर के कोर्ट परिसर में मृत मिले हैं. कोर्ट परिसर में यंहा वंहा तड़पकर दम तोड़ते कौवे नजर आ रहे हैं. एक हफ्ते में मृत मिले कौवों के प्रिजर्व सेम्पल भोपाल की लेब में जांच के लिए भेजे गए थे. जहां से नेशनल इंस्टिट्यूट हाई सिक्युरिटी लेब भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट पशुपालन विभाग को मिली है. पशुपालन विभाग के उपसंचालक डॉ मनीष इंगोले के अनुसार मृत मिले 4 कौवों के सेम्पल भोपाल लेब भेजे गए थे. आज भेजे गए सेम्पल की रिपोर्ट में बर्ड फ्लू (एवीएन इन्फ्लूएंजा वायरस) H5N1 की पुष्टि हुई है.
मृत कौवों को नहीं किया नष्ट, कचरा वाहन से फिकवा दिया
कोर्ट परिसर में वकीलों की मांग पर नगर पालिका द्वारा कोर्ट परिसर को सेनेटाइज किया गया था, लेकिन कौवों की मौत का सिलसिला नहीं थमा है. उधर राजस्थान सहित प्रदेश के अन्य इलाकों में कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद भी पशुपालन विभाग ने मृत कौवों के सेम्पल भोपाल लेब में भिजवाने के अलावा कोई जिम्मेदारी नहीं दिखाई. करीब 250 से अधिक मृत कौवों को शहर के पशुप्रेमी ओम बड़ोदिया और उनकी टीम ने मिलकर एक गड्ढे में गाड़ा गया. जबकि कुछ को नगर पालिका द्वारा चलाए जा रहे कचरा वाहन से फिकवाया गया. कलेक्टर के आदेश के बाद अब मृत कौवों को गड्ढों में नहीं गाढ़ा जाएगा जबकि उनको सावधानी के साथ जलाकर नष्ट किया जाएगा.
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अब कौवों में एवीएन इन्फ्लूएंजा वायरस की पुष्टि होने के बाद विभाग एहतियातन शहर के कोर्ट परिसर के एक किलोमीटर वाले इलाके मे रहवासियों की जांच करेगा. वहीं मरने वाले कौवों पर नजर रखने की बात कही जा रही है. कौवों में बर्ड फ्लु की पुष्टी के बाद कोरोना संक्रमण से जूझ रहे लोगों में डर का माहौल है.