मंदसौर। कोरोना संक्रमण और टैक्स माफी की मांग को लेकर मालवा इलाके की कई मंडियों में व्यापारिक कारोबार बंद है, लेकिन मंदसौर कृषि उपज मंडी में व्यापार चालू होने से यहां अचानक उपज की तगड़ी आवक हो गई. रूटीन आवक की अपेक्षा 4 गुना माल मंडी पहुंच रहा है. मंडी प्रांगण से बाहर ट्रैक्टरों की 3 किलोमीटर लंबी लाइन लग गई. उधर मंडी परिसर में भी किसानों की भारी भीड़ होने और कोरोना संक्रमण के खतरे के कारण नाराज व्यापारियों ने भी माल खरीदी से हाथ खींचना शुरू कर दिया है.
मंडी के बाहर 3 किलोमीटर लंबी लगी लाइनें मंदसौर कृषि मंडी में अव्यवस्था
दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को मंदसौर कृषि उपज मंडी में फिर कारोबार चालू हुआ, लेकिन रतलाम, जावरा, दलोदा, पिपलिया मंडी और नीमच जिले की अधिकतर मंडियां बंद होने से वहां माल बेचने वाले किसान यहां पहुंचे. शनिवार को यहां मंडी का प्रांगण पूरी तरह भर गया. लिहाजा प्रशासन ने गेट बंद कर दिए. दोपहर बाद तक परिसर में खड़े वाहनों की नीलामी ना होने से मंडी के गेट के बाहर इंतजार में खड़े-खड़े वाहनों के पीछे और वाहन आने से 3 किलोमीटर लंबी लाइनें लग गई. ऑफ सीजन में यहां पहली बार माल की इतनी आवक हुई है. किसान मंडी के बाहर ही अपने वाहनों को अंदर पहुंचाने के इंतजार में 2 दिन से परेशान हो रहे हैं. कोरोना संक्रमण के कारण प्रशासन भी माल की नीलामी ट्रैक्टरों में ही करवा रहा है.
व्यापार पर कोरोना का कहर
कृषि उपज मंडी में माल की आवके बढ़ने से मंडी प्रशासन भी भारी परेशान है. माल की बिक्री ना होने से किसान भी प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं. मंडी में माल की आवक बढ़ने और कोरोना संक्रमण से व्यापारियों ने भी माल की खरीदी करने से इनकार करना शुरू कर दिया है. मंडी में पिछले हफ्ते 7 व्यापारी एक साथ कोरोना संक्रमित पाए गए और मंडी प्रशासन के तीन कर्मचारियों को भी कोरोना ने एक साथ चपेट में ले लिया. जिससे यहां व्यापारी और कर्मचारी सभी व्यापार करने से कतरा रहे हैं. हालांकि कृषि उपज मंडी के सचिव पर्वत सिंह सिसोदिया ने जल्द व्यवस्था बनाने की बात कर रहे हैं.