जबलपुर/मंडला।मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल जिले में दो दिवसीय आदि उत्सव कार्यक्रम चल रहा है, जिसमें मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह मुंडा, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित कई राज्य के मंत्री भी शामिल हुए. कार्यक्रम में आदिवासियों का भाव विभोर ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. (mandala tribal program)
केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह मुंडा अंग्रेजों और मुगलों से लड़े हैं आदिवासीःमंडला जिले में हुए आदि उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह मुंडा ने कहा कि आदिवासी हमारे देश का गौरव हैं. उन्होंने न सिर्फ अंग्रेजों से बल्कि मुगलों से भी लड़ाई की थी. आदिवासी बहुत ही लड़ाकू होते हैं. हजारों आदिवासियों ने अंग्रेजों को और मुगलों को देश से भगाने के लिए अपनी आहुति देते हुए अमर हो गए. उन्होंने कहा कि मंडला जिला गोंडवाना और गौड़ राजाओं की ऐतिहासिक धरा है. यहीं के आदिवासी योद्धाओं ने अपने प्राणों को न्यौछावर करते हुए देश की आजादी में शामिल हुए. (union minister arjun singh munda in mandala)
आदिवासियों की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण घटनाःबीते दिनों सिवनी जिले के खुरई में दो आदिवासी युवाओं की हत्या को लेकर भी केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह मुंडा ने अफसोस जाहिर किया. उन्होंने कहा कि जो भी घटना हुई है, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की थी. इस पर सीएम ने बताया कि दो आदिवासियों की हत्या के मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसके अलावा मध्य प्रदेश सरकार मृतक के परिजनों को मुआवजा के अलावा शासकीय नौकरी भी देगी. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि दोबारा इस तरह की घटना न हो जिस पर भी सरकार को ध्यान देना होगा. (tribe contribution in india independence)
जनजाति महोत्सव में डांस करते नजर आए सीएम धामी-केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा
मंच से राज्यपाल ने की मोदी की तारीफःइधर, दो दिवसीय आदि उत्सव कार्यक्रम में मध्य प्रदेश की राज्यपाल मंगू भाई पटेल भी शामिल हुए. उन्होंने मंच से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि आज से पहले कोई भी ऐसा प्रधानमंत्री नहीं आया है, जिन्होंने आदिवासियों के कल्याण के लिए सोचा हो. राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदिवासियों के लिए मसीहा है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि चाहे केंद्र की सरकार हो या फिर राज्य की आदिवासियों के उत्थान के लिए दोनों ही सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसके अलावा कई योजनाओं को भी आदिवासियों के लिए सरकार ने संचालित किया है.