मण्डला। जिले में ट्राईबल वेल्फेयर टीचर्स एसोशिएशन (ट्वाटा) के 160 शिक्षकों ने परीक्षा केंद्रों पर आने वाले परीक्षार्थियों को मास्क और सर्जिकल कैप बांटे. साथ ही परीक्षार्थियों के बॉक्स और पेन को भी सैनिटाइज किया गया. सरकारी तौर पर तो इन शिक्षकों की ड्यूटी परीक्षा केंद्रों में नहीं लगाई गई, लेकिन जिले के सभी परीक्षा केंद्रों में ट्वाटा के सदस्य परीक्षा देने आए बच्चों को सर्जिकल कैप और मास्क दिये गए. साथ ही इनके हाथों और परीक्षा देने की सामग्री को सैनेटाइज कर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाई गई.
छात्रों को मास्क बांटतें शिक्षक लॉकडाउन 1.0 से अनलॉक 1.0 तक लगातार शिक्षकों का एक एसोशिएशन कोरोना वॉरियर्स के रूप में गांव-गांव तक पहुंच कर लोगों को निशुल्क मास्क बांटने के साथ ही ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूक कर रहा है. जिसके द्वारा इस बार बारहवीं की परीक्षा दे रहे मंडला जिले के 78 परीक्षा केंद्रों में शामिल होने आए करीब आठ हजार बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई. इनके हाथों, स्केल, कलम और कम्पास को सैनेटाइज किया गया.
सोशल डिस्टेंस का पालन करते छात्र साथ ही सभी को मास्क और सर्जिकल कैप बांटने के बाद परीक्षा हॉल में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया. यह सब ट्राईबल वेल्फेयर टीचर्स एसोशिएशन के 160 शिक्षकों के द्वारा किया गया. जब उनकी ड्यूटी इस परीक्षा में नहीं लगाई गई थी. ट्वाटा के सदस्यों ने इसके लिए कलेक्टर से अनुमति ली थी, जिसके बाद जिले के प्रत्येक परीक्षा केंद्र में दो से तीन एशोसिएशन के सदस्य पूरे टाइम कोरोना वरियर्स के रूप में अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए दिखाई दिए.
छात्रों की स्क्रीनिंग करते शिक्षक जिले में 2 शिफ्ट में रसायन विज्ञान और भूगोल की परीक्षा आयोजित हुई, जिसमें पहली शिफ्ट में 4 हजार 300 और दूसरी शिफ्ट में 3 हजार 630 परीक्षार्थियों ने पूर्व में कोरोना के चलते कैंसिल हुए पेपर दिए. इस दौरान परीक्षा हॉल से लेकर केंद्र में शासन स्तर पर तो व्यवस्थाएं की गईं थी बावजूद इसके ट्राईबल वेल्फेयर टीचर्सर एशोसिएशन ने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कोरोना काल में कोरोना योद्धा के रूप में हिस्सेदारी की.