कान्हा में मोहिनी पर मोहित हुए फ्रेंच टूरिस्ट, 3 दिन में बजरंगी के तेवर पर लट्टू ग्लेन फैमिली - Mandla news
Kanha Tiger Reserve: मोहिनी के अलावा फ्रांसीसी पर्यटकों ने मुक्की मैदान में 'db3' बाघिन और कान्हा जोन के हीरो 'जूनियर बजरंग' मेल बाघ का भी दीदार किया. बजरंग ने अपने जोरदार तेवर भी पर्यटकों को दिखाए।
फ्रांसीसी पर्यटकों ने कान्हा में किया बाघों का दीदार
मंडला।फ्रांसीसी पर्यटक ग्लेन कुर्दूनियर और उनके परिवार के लिए मध्य प्रदेश का टूर बेहद खास रहा. ग्लेन अपने परिवार के साथ बाघ देखने फ्रांस से कान्हा टाइगर रिजर्व (Kanha tiger reserve) पहुंची थीं, जहां उन्हें एक नहीं बल्कि तीन-तीन बाघों का दीदार करने का मौका मिला. ग्लेन अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ टाइगर सेंटर की डायरेक्टर हैं और अपने परिवार के साथ कान्हा में नए साल की छुट्टियां मनाने पहुंचीं.
मोहिनी को देखकर मोहित हुआ ग्लेन का परिवार
ग्लेन पति हार्वे जो और उनकी दो बेटियां लला एंड लिली के साथ कान्हा पहुंची थीं. उनके कान्हा पहुंचते ही बैगा समाज के सोनसाय बैगा की टीम द्वारा भव्य स्वागत किया गया. ग्लेन बैगा संस्कृति से इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने खुद बैगा वस्त्र धारण कर बैगा नृत्य किया. कान्हा के जंगल ने भी इस परिवार का दिल से स्वागत किया, इस परिवार ने तीन दिन में तीन टाइगर देखे जिसमें कान्हा 'मोहिनी' बाघिन ने फ्रांसीसी पर्यटकों का मन मोह लिया.
मोहिनी बाघिन ने फ्रांसीसी पर्यटकों का मन मोह लिया.
फ्रांसीसी पर्यटकों को यहां भी दिखे बाघ
मोहिनी के अलावा फ्रांसीसी पर्यटकों ने मुक्की मैदान में 'db3' बाघिन और कान्हा जोन के हीरो 'जूनियर बजरंग' मेल बाघ का भी दीदार किया. बजरंग ने अपने जोरदार तेवर भी पर्यटकों को दिखाए। मेहमानों ने इन खूबसूरत पलों को अपने कैमरे में कैद किया और उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. फ्रांसीसी पर्यटक और अंतर्राष्ट्रीय एनजीओ टाइगर सेंटर की डायरेक्टर ग्लेन ने इस दौरान बताया कि उन्होंने हार्वर्ड लॉ स्कूल से डिग्री ली है और इसी स्कूल से अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी डिग्री प्राप्त की थी.
जूनियर बजरंग ने दिखाए जोरदार तेवर
फ्रांसीसी पर्यटकों को पसंद आई आर्ट गैलरी
बाघों का दीदार करने के बाद फ्रांसीसी पर्यटकों ने खटिया गेट के समीप बैगा सभ्यता पर पिछले 25 वर्षों से अध्यन कर रहे चित्रकार आशीष कछवाहा की आर्ट गैलरी भी देखी पर्यटकों ने गैलरी का बारीकी से अवलोकन किया और बाघ वन और बैगा की संस्कृति से परिचित हुए. वे इस गैलरी की कलाकृतियों से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने चित्रकार आशीष को फ्रांस में प्रदर्शनी के लिए आमंत्रित किया.