मंडला । पर्यटन स्थल कान्हा टाइगर रिजर्व से मुन्ना टाइगर को भोपाल भेजे जाने के बाद से कान्हा टाईगर रिजर्व में छोटा मुन्ना उसे चाहने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र हुआ करता था. छोटा मुन्ना की दहाड़ के सभी दीवाने थे, लेकिन पिछले 10 महीने से छोटा मुन्ना कान्हा नेशनल पार्क में नजर नहीं आया. मामला सामने आने के बाद कान्हा प्रबंधन उसका पता लगाने में जुटा है.
दस महीने से नहीं दिखा छोटा मुन्ना छोटा मुन्ना नाम से मशहूर टाइगर, कान्हा टाईगर रिजर्व की शान है, जो पिछले दस महीने से प्रबंधन के लगाए गए कैमरों में नजर नहीं आया है. यह टाइगर हर एक सैलानी से जल्द ही फ्रेंडली हो जाता था, जिससे सैलनी इसकी ओर आकर्षित होते थे. छोटा मुन्ना की दहाड़ लोगों को खास पसंद आती थी. इसके साथ ही यह कान्हा पार्क आने वाले सैलानियों को आसानी से दिखाई भी दे जाता था.
कान्हा नेशनल पार्क के डायरेक्टर एल कृष्णमूर्ति का कहना है कि बीते 10 महीनों से यह बाघ कान्हा पार्क में लगाए गए कैमरे में ट्रेप नहीं हुआ है. बाघों की आदत अपनी टैरेटरी में घूमने की होती है. कान्हा से लगे हुए जंगल में भी बाघ चले जाते हैं, ऐसे में अमरकंटक, बालाघाट या फिर छत्तीसगढ़ के अचानकमार के जंगल मे टाइगर छोटा मुन्ना के जाने की आशंका है.
हरियाली से ओतप्रोत कान्हा बता दें कि मुन्ना टाईगर के बूढ़े हो जाने के बाद जब उसे शिकार करने और अपने क्षेत्र की रक्षा करने में परेशानी हो रही थी. डेढ़ साल पहले उसे भोपाल के पार्क में भेजा गया था. यह बाघ भी लोगों का खासा चहेता था, जिसके बाद छोटा मुन्ना ने उसकी जगह ले ली है. फिलहाल कान्हा टाइगर रिजर्व की टीम छोटा मुन्ना का पता लगाने में जुटी हुई है.