मण्डला। सर्वांगीण महिला विकास समिति ने महिला क्रिकेट का आयोजन किया. गांव से आई ग्रामीण महिलाओं की टीम ने पारंपारिक साड़ी में बल्ला थामकर क्रिकेट बॉल को बाउंड्री पार पहुंचाया. महिलाओं का क्रिकेट देख सभी लोग तारीफ करने को मजबूर हो गए.
ग्रामीण महिलाओं ने लगाए चौके-छक्के झाड़ू, चौका, बर्तन और बेलन संभालने वाली महिलाओं ने अपने हाथों में बैट बॉल थाम कर ऐसा खेल दिखाया कि सब देखते रह गए. 2012 से मण्डला में आयोजित होने वाले इस क्रिकेट टूर्नामेंट की काफी धूम होती है. क्योंकि खिलाडियों के ड्रेसअप से इतर ये ग्रामीण महिलाएं अपनी पारम्परिक तरीके से पहने जाने वाली साड़ी पहनकर क्रिकेट खेलती आई हैं.
ग्रामीण महिलाओं ने लगाए चौके-छक्के आयोजनकर्ता समिति के प्रमुख शशि पटेल ने बताया की महिलाओं के लिए वे बीते कई सालों से काम करती आ रही हैं और उन्हें संबल बनाने के साथ ही उनमें आत्मविश्वास भरने के लिए क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है.
क्रिकेट खेलने वाली महिला खिलाड़ियों के मुताबिक घर के काम के अतिरिक्त इस खेल में भी वे पूरा समय देती हैं और क्रिकेट खेलना ऐसा लगता है कि जो पुरूष कर सकते वह काम हम भी कर सकते हैं.
महिला खिलाड़ियों के बताया कि क्रिकेट खेलने वाली महिलाओं को परिवार का समर्थन मिलता है. ऐसी ही एक खिलाड़ी के पिता ने बताया कि उनकी लड़की को क्रिकेट खेलने के लिए घर का हर सदस्य प्रोत्साहित करता है. वहीं यह गर्व की बात है कि आज बेटियां , महिलाएं भी पुरुषों से किसी मामले में पीछे नहीं हैं.