मंडला। जिले की नैनपुर तहसील की ग्राम पंचायत झिरिया के ग्रामीणों ने मजदूरी का काम किया था. जिसका भुगतान महीनों के समय निकल जाने के बाद भी नहीं हो रहा. एक तरफ ग्रामीण यहां-वहां भटक रहे हैं, दूसरी तरफ सरपंच पति जो ग्राम पंचायत के खुद प्रमुख बने बैठे हैं, उनका कहना है की वो इस मामले में कुछ नहीं कर सकते.
महीनों से भटक रहे ग्रामीण, नहीं हो रहा मजदूरी का भुगतान
मंडला जिले की नैनपुर तहसील की ग्राम पंचायत झिरिया में कई महीनों से मजदूरों की मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है. जिसकी वजह से सभी परेशान हैं.
नैनपुर तहसील की ग्राम पंचायत झिरिया में सरपंच तो है. भागवती मरावी जिन्हें ग्रामीणों ने वोट देकर चुना था. लेकिन यहां सिक्का चलता है उनके पति प्रदीप कुमार मरावी का, जो खुद ग्राम पंचायत में सरपंच की कुर्सी पर बैठते हैं और सारे निर्णय खुद ही लेते हैं. यहां के दर्जनों ग्रामीणों का कई माह का भुगतान लंबे समय से नहीं हो पा रहा है और मजदूरों का कहना है कि वो अपनी मजदूरी के भुगतान के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं, लेकिन कहीं से कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं मिल रहा है, ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य से लेकर मेढ़ बंधान और दूसरे कार्यों में उनके द्वारा मजदूरी ये सोचकर रोकी गयी थी कि समय पर पैसा आएगा और उनके खर्चे निकल जाएंगे, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी किसी का सप्ताह भर का तो किसी का 15 दिनों का पैसा अब भी बकाया है और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
घर चलाना इन मजदूरों के लिए दुश्वार हो रहा है. दूसरी तरफ पूरे मामले पर पंचायत को कब्जाए बैठे सरपंच पति का कहना है कि उनके द्वारा सभी मजदूरों की जानकारी आगे भेज दी गयी है. इसके बाद मजदूरी का भुगतान क्यों नहीं हो रहा इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है. मजदूर ये सोच कर मजदूरी करता है कि समय पर उनका भुगतान हो जाए तो गृहस्थी की गाड़ी आसानी से चलती रहे, लेकिन महीनों तक पेमेंट न मिलने से उन्हें जिस तरह की मुसीबतें उठानी पड़ती हैं, इसका अंदाजा शायद ही किसी को होगा.