मंडला। आपने रुपयों का लेनदेन करने वाला बैंक तो देखा होगा, लेकिन मंडला में खुला ये बैंक सबसे अलग और अनोखा है. इस बैंक में महिलाएं रोटियां जमा करती हैं और ब्याज में उन्हें शांति और गरीबों की दुआएं मिलती हैं. जिले में महिलाओं ने लॉकडाउन के समय भूखों और लाचारों की मदद करने के लिए एक अलग ही तरह का बैंक बनाया है, जिसके लिए करीब 25 महिलाएं शहर में कलेक्शन करने जाती हैं.
लॉकडाउन में भूखों तक निवाला पहुंचाता रोटी बैंक - roti bank open during lockdown
जिले में कुछ महिलाओं ने रोटी बैंक की शुरुआत की है. ये महिलाएं रोजाना शहर में घूमकर रोटी जुटाती हैं और शाम को रोटी का हिसाब करने के बाद उसे सब्जी आदि के साथ जरूरतमंदों तक पहुंचाती हैं, जिसके बदले बतौर ब्याज उन्हें शांति और गरीबों की दुआएं मिलती हैं.
शाम छह बजे ये महिलाएं दिन भर की जमा-पूंजी का हिसाब करती हैं, लेकिन इस जमा पूंजी में रुपए नहीं रोटियां गिनी जाती हैं. महिलाएं शहर से रोटियां तो जुटाती ही हैं, साथ ही घर से भी बनाकर लाती हैं. इस बैंक में खाता खुलवाने का नियम है कि ग्राहक को रोजाना 5 रोटियां बैंक में जमा करनी होगी. सभी महिलाएं शाम को जुटाई गईं रोटियों के साथ गुड़ और अचार लेकर बीजेपी जिला कार्यालय में पहुंचती हैं.
ऑफिस से अटल करुणा केंद्र के जरिए इन रोटी के साथ केंद्र में बनाई गई सब्जी और पुलाव गरीबों, जरूरतमंदों, चेक पोस्ट पर बसे प्रवासी मजदूरों को बांटा जाता है. भारतीय जनता महिला मोर्चा के सभी सदस्यों ने इसका जिम्मा उठाया है कि लोगों को रोटी दान करने के लिए जागरुक करें, इस छोटी सी मदद से लाचारों को भूखे पेट नहीं सोना पड़ेगा.