मंडला। टूटे पड़े हैंडपंप, कच्ची सड़क और बदहाल सोलर प्लांट. ये सूरत है मंडला जिले के आदर्श गांव कापा गांव की. पूर्व केंद्रीय मंत्री और मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने गांव को गोद लिया था. विकास की बयार गांव की सूरत बदलने के दावे किए थे, लेकिन पांच साल बाद गांववालों को पीने लायक पानी तक नसीब नहीं है.
विकास से महरुम है कुलस्ते का आदर्श गांव, डिजिटल इंडिया के जमाने में भी नहीं मिलता मोबाइल नेटवर्क - आदर्शन गांव
मंडला के कापा गांव को सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने गोद लिया था. गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. पेयजल संकट गहराया हुआ है. यहां के लोगों को उम्मीद थी कि गांव की तस्वीर बदलेगी लेकिन हालात जस के तस हैं.
गांव में सड़क के नाम पर उड़ती धूल और डिजिटल इंडिया के नाम पर गायब नेटवर्क है. ग्रामीणों का कहना है कि पानी यहां की सबसे बड़ी समस्या है. सांसद आदर्श गांव बनने के बाद उम्मीद थी कि यह समस्या खत्म हो जाएगी. लेकिन, आज भी पानी के लिए परेशान होना पड़ता है. जबकि शिक्षा, स्वास्थय जैसी समस्यायों को खत्म करने का दावा तो किया गया लेकिन, आज भी स्थिति जस की तस बनी हुई है.
भले ही गांव बदहाली के आंसू बहा रहा है और ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से मरहूम हों, लेकिन सांसद साहब गांव के विकास के लिए 25 करोड़ रुपये खर्च करने का दावा कर रहे हैं. पांच साल पहले आर्दश गांव बनने के बाद कापा गांव के लोगों को लगा था अब उनकी किस्मत चमकने वाली है. लेकिन आज भी यहा स्थिति कोई सुधार नहीं हुआ है. सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते भले ही यहां के विकास के लाख दावे करे लेकिन कापा की हकीकत उनके दावे पर खुद व खुद पानी फेर देती है.