मंडला। जिले के करीब 32 सौ अतिथि शिक्षकों को मार्च-अप्रैल के साथ ही बीती जुलाई से अब तक मानदेय नहीं मिलने पर नाराज सभी अतिथि शिक्षकों ने विकासखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक धरना प्रदर्शन किया. साथ ही भूख के बाद निर्जला हड़ताल भी की, जोकि प्रशासन के आश्वासन के बाद खत्म की दी गई है.
मानदेय को लेकर धरने पर बैठे अतिथि शिक्षक, कलेक्टर ने दिया जल्द निराकरण का आश्वासन
मंडला के 3200 अतिथि शिक्षकों ने लंबे समय से मानदेय ना मिलने को लेकर धरना प्रदर्शन करने के साथ-साथ भूख हड़ताल की, कलेक्टर के आश्वासन के बाद उन्होंने हड़ताल खत्म की .
बता दें कि बीती जुलाई से अक्टूबर तक, वहीं मार्च और अप्रैल से मानदेय न मिलने के कारण जिले के अतिथि शिक्षक दीवाली के एक दिन पहले हड़ताल पर चले गए थे. जिसके दूसरे दिन से वे भूख हड़ताल पर थे और फिर तीसरे दिन से उन्होंने पानी भी छोड़ दिया था. नाराज अतिथि शिक्षकों को मनाने की कोशिश जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारियों ने की लेकिन उनका कहना था कि अब उन्हें किसी पर भी भरोसा नहीं हैं और जब तक खाते में पैसा नहीं आ जाता तब तक धरना खत्म नहीं होगा.
बता दें कि भाजपा राजयसभा सांसद सम्पतिया उइके भी उनके पास पहुंची और शिक्षकों से धरना खत्म करने कि अपील के साथ ही सहायक आयुक्त से चर्चा की बात भी कही. कलेक्टर जगदीश चंद्र जाटिया ने जल्द मानदेय का भुगतान करने का भरोसा दिलाकर जूस पिलाकर धरना समाप्त कराया.