मंडला। हिरदेनगर से टिकरवारा में बंजर नदी पर पुल की मांग दशकों पुरानी है, बीते विधानसभा चुनाव के समय यहां पुल निर्माण का भूमि पूजन भी वर्तमान राज्यसभा सांसद सम्पतिया उइके और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के द्वारा किया गया था, लेकिन चुनावी अधिसूचना उसी दिन लगने के चलते निर्माण शिला को हटा दिया गया. इसके बाद दर्जनों बार ग्रामीणों के द्वारा मांग के बाद भी कभी यहां पुल निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ और इस बंजर नदी ने एक और व्यक्ति की बलि ले ली.
ग्रामीणों के अनुसार रेत के अवैध परिवहन की पुलिस प्रशासन को कई बार सूचना दी गई वहीं शिकायत के साथ मौके से फोन भी लगाया गया, लेकिन पुलिस इन पर कार्रवाई नहीं करती न माईनिंग विभाग के द्वारा कोई ध्यान दिया जाता और नदी के भीतर बने गड्ढे मवेशियों और इंसानों कि मौत की वजह बनते हैं.
ग्रामीणों के हंगामे और चक्काजाम की खबर पर पुलिस और प्रशासन घटना स्थल पर पहुंचा और एसडीओपी ने रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन पर रोक लगाने की बात कही, वहीं तहसीलदार अनिल जैन ने दो दिन बाद कच्चा पुल बनाने के साथ ही यह जानकारी दी कि पक्के पुल निर्माण का टेंडर हो चुका है, एक महीने के बाद इसका निर्माण भी शुरू होगा.