मण्डला। करवा चौथ का व्रत महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं. इस दिन महिलाएं तब तक पानी नहीं पीतीं, जब तक चांद का दीदार न हो जाए. मण्डला के खरबंदा परिवार में आधा सैकड़ा महिलाएं करवा माता की पूजा-अर्चना कीं. इस दौरान महिलाएं सोलह श्रंगार कर पूजन सामग्री सुंदर थालियों में लेकर पहुंची और एक साथ सबने पूजा की. इन महिलाओं में नई उम्र की बहुएं भी थीं. साथ ही ऐसी महिलाएं भी थीं, जो 35 बार करवा चौथ का व्रत रख चुकी हैं.
अखंड सौभाग्य के लिए सुहागनों ने रखा करवा चौथ का व्रत
मण्डला में पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं निर्जला व्रत रखीं, जिसमें लगभग 50 महिलाओं ने एक साथ माता करवा की पूजा कर अखण्ड सौभाग्य का आशीर्वाद मांगा.
महिलाओं ने बताया कि पति के स्वस्थ रहने की कामना के साथ ही उनकी लंबी आयु के लिए ये व्रत रखा जाता है, जिसमें सुबह महिलाएं अपने आराध्य की पूजा करती हैं. इसके बाद सात प्रकार की मिठाई, सात प्रकार के पकवान, फल आदि रखती हैं और अपनी श्रद्धा अनुसार पूजा करती हैं. इस व्रत को लेकर महिलाओं में उत्साह भी देखा जाता है. वे सोलह श्रंगार के साथ चांद निकलने के बाद उसकी पूजा करती हैं. इसके बाद पति के साथ ही चांद का दर्शन कर अखण्ड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मांगती हैं. इसके बाद पति अपनी पत्नी को जल पिला कर व्रत तोड़वाता है.
बता दें कि अखण्ड सौभाग्य और सुहाग की सलामती का ये व्रत हिन्दू धर्म और परम्परा को मानने वालों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हर विवाहित महिला को ये व्रत रखना चाहिए क्योंकि पत्नी किया गया ये व्रत बड़ा ही फलदाई होता है.