मण्डला। समय रात 11 बजे, थाने से बाहर रुकी एक कार,कार से निकले शख्स ने थाने में जाकर जो कहा उसे सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं. जनता की रखवाली करने वाला ही हत्यारा बन गया. कलयुगी पति चंद्रशेखर दुबे ने अपनी ही पत्नी को धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया. इतना ही नहीं हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए उसने लाश के टुकड़े-टुकड़े कर दिये और कार में डाल कर थाने पहुंच गया.
सकते में आ गए पुलिस वाले, जब थाने में पत्नी का सिर कटा शव लेकर पहुंचा आरक्षक
हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए उसने लाश के टुकड़े-टुकड़े कर दिये और कार में डाल कर थाने पहुंच गया कलियुगी पति
मृतक के परिजनों को पुलिस ने फोन कर सूचना दी कि बेटी सीरियस है और अस्पताल में एडमिट है. जैसे ही परिजन वहां पहुंचे तो देख कर दंग रहे गये. कार में पड़ी लहूलुहान बेटी की लाश को देख कर परिजनों के पैरों तले की जमीन खिसक गयी. परिजनों का आरोप है कि चंद्रशेखर दहेज की मांग करता था और शादी में दहेज कम देने के ताने पत्नी कीर्ति को सुनाया करता था. परिजनों ने ये भी आरोप लगाया कि आरोपी के अवैध संबध भी थे.
आरोपी चंद्रशेखर दुबे शहडोल जिले में आरक्षक पद पर तैनात है और मण्डला के देवदरा का रहना वाला है. जानकारी के मुताबिक दंपति के बीच रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे थे, क्योंकि आरोपी चंद्रशेखर के अवैध संबंध थे, जिसे लेकर हमेशा विवाद बना रहता था. हाालंकि परिवार के समझाने के बाद मामला शांत हो गया था. वारदात की रात चंद्रशेखर करीब 9 बजे पत्नी कीर्ति को घुमाने के बहाने अपने साथ कार में ले गया और रास्ते में अपने इरादों को अंजाम तक पहुंचा दिया. आरोपी चंद्रशेखर के लालच और अवैध संबंधों ने जहां एक ओर उसकी पत्नी की जिंदगी ले ली, साथ ही खुद को भी लंबे वक्त तक कालकोठरी का मेहमान बना लिया.