मण्डला। जिले के अतिथि शिक्षक लगातार अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. वहीं शासन द्वारा स्कूल न आने वाले अतिथि शिक्षकों को निकाल कर दूसरे अतिथि शिक्षक भर्ती करने के आदेश दिए गए हैं. अतिथि शिक्षकों ने जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर से आदेश वापस लेने की मांग की.
जनसुनवाई में पहुंचे अतिथि शिक्षक, कलेक्टर से की नौकरी बहाल करने की मांग - Non-school guest teachers
नौकरी से निकाले जाने पर अतिथि शिक्षकों ने जन सुनवाई में पहुंच कर आदेश को वापस लेने की मांग की है. नियमितिकरण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे अतिथि शिक्षकों को नौकरी से निकाल कर दूसरे अतिथि शिक्षकों की भर्ती का आदेश दिया गया है.
कमलनाथ सरकार का आदेश है कि, स्कूल में कम उपस्थित रहने वाले शिक्षकों की जगह नए शिक्षकों की भर्ती की जाय. जिससे स्कूल में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो. इस आदेश के मिलने के बाद अधिकारी और प्राचार्य स्कूलों से रिपोर्ट बना रहे हैं और लगातार अनुपस्थित रहने वाले अतिथि शिक्षकों को नोटिस थमाया जा रहा है.
अतिथि शिक्षकों ने इस आदेश को लोकतंत्र के साथ ही अधिकारों का हनन बताया है. इसके साथ ही इसे वापस लेने की भी मांग की है. अतिथि शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने कई महीनों से उनके मानदेय का भुगतान नहीं किया है और न ही उन्हें नियमित कर रही है. वहीं प्रशासन का कहना है कि अतिथि शिक्षकों की हड़ताल से स्कूल में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है.