मंडला।एक तरफ प्रदेश की सरकार अपने एक साल पूरा होने का जश्न मना रही है, तो दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में शिक्षा देने वाले अतिथि शिक्षक और सरकारी फरमानों जनता तक पहुंचने वाले कोटवार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाकर इस जश्न को फीका जरूर कर रहे हैं. मंडला जिले में 3200 अतिथि शिक्षक और 1600 कोटवार इन दिनों अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं.
हड़ताल पर अतिथि शिक्षक और कोटवार, सरकार से नियमितीकरण की कर रहे मांग - Demand for regularization
मंडला जिले में 3200 अतिथि शिक्षक और 1600 कोटवार इन दिनों अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं. ये सभी सरकार से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं.
![हड़ताल पर अतिथि शिक्षक और कोटवार, सरकार से नियमितीकरण की कर रहे मांग Guest teacher and coach](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5334820-thumbnail-3x2-mp.jpg)
बीते 16 दिन से अपनी नियमितीकरण की मांग को लेकर जिले भर के अतिथि शिक्षक हड़ताल पर हैं. वहीं सोमवार से जिले भर के करीब 1600 कोटवारों ने भी अब इसी मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं अन्नदाताओं को भी फसल को हुए नुकसान के मुआवजे के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है.
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव से पहले जारी किये गए वचन पत्र में उन्हें नियमित करने का वादा किया गया था और प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बने एक साल भी हो गया है.
जहां एक तरफ पूरे प्रदेश में सरकार के एक साल पूरा होने का जश्न मनाया जा रहा है. वहीं कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी वचन पत्र में किये गए वादे भूल रही है. ऐसे में कहा जा सकता है की वचन पत्र पर किये गये वादों को निभाने में एक साल बीतने के बाद भी कमलनाथ सरकार खरी नहीं उतरी है.