मंडला।जिला मुख्यालय में 100 हेल्थ वर्कर्स को टीकाकरण किया जाना था. लेकिन ये लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया. सिर्फ 35 हेल्थ वर्कर्स को ही पहले दिन कोरोना का टीका लग पाया. वहीं नैनपुर तहसील में भी इतने लोगों का लक्ष्य रखा गया था, जहां 71 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगी.
मुन्नी बाई को लगा पहला टीका
जिले का पहला टीका जिला चिकित्सालय में सफाई का काम करने वालीं मुन्नी बाई करोसिया को लगाया गया. इस अवसर पर कलेक्टर हर्षिका सिंह,सीएमएचओ डॉ श्रीनाथ सिंह और जिले के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे.
लक्ष्य क्यों रह गया अधूरा ?
टीकाकरण की तैयारियों के साथ ही जिन 100 लोगों को टीके लगने थे, इसकी पूरी लिस्ट के साथ ही रिहर्सल भी की जा चुकी थी. लेकिन शुरू हुए महाअभियान के पहले चरण में 100 में से सिर्फ 35 लोग ही टीकाकरण करवाने पहुंचे. इस तरह जिला मुख्यालय लक्ष्य ही महज 35% जिसकी वजह जागरूकता को कमी,टीकाकारण को लेकर डर या फिर आला अधिकारियों की ढिलाई ही हो सकती है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से जारी की गई जानकारी हिसाब से नैनपुर में प्रकाश उरैती को पहला टीका लगाया गया. पहले चरण में 71 लोग टीका लगवाने पहुंचेय इस तरह पूरे जिले में 200 में से सिर्फ लगभग 106 लोगों को ही टीका लग सका.
मुन्नी बाई की अपील
प्रदेश भर में प्रारंभ हुए टीकाकरण महाअभियान का 16 जनवरी को जिले में भी शुभारंभ हुआ. जिला चिकित्सालय में सफाईकर्मी के रूप में कार्यरत मुन्नी बाई कोविड का जिले का पहला टीका लगवाकर खुश हुईं. बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उनकी उम्र लगभग 60 साल है. कोरोना संकट के दौरान मैंने अपना काम ईमानदारी से किया है. कोविड टीका लगवाकर मुझे अच्छा लग रहा है. सब लोग टीका जरूर लगवाएं.